यौन शोषण के मामले में जेल की हवा खा रहे आसाराम के बेटे नारायण साईं भी उन्हीं के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। अब उनके खिलाफ भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है।
नारायण साईं पर एक महिला की जबरदस्ती शादी करवाने और छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया गया है। तलाकशुदा महिला का कहना है कि नारायण साईं ने उनकी धोखे से शादी करवा डाली और पति के बारे में कई झूठ बोले।
महिला की जिससे शादी करवाई गई, उसकी जमीन पर नारायण साईं का अड्डा चलता था।
महिला से बोला गया था कि लड़का तलाकशुदा है और सच पता चलने पर जब महिला शिकायत लेकर नारायण साईं के पास पहुंची, तो उसके गर्भवती होने के बावजूद भी साईं ने उससे अश्लील हरकत की।
झांसा देकर कराया ब्याह
महिला का कहना है कि उसका पूरा परिवार आसाराम और नारायण साईं को भगवान की तरह मानता है, इसलिए उनके पास अकसर आना जाना होता है। नारायण साईं की महिला पर पहले से ही बुरी नजरी थी।
दिसंबर 2004 में साई ने अपने करीबी ईश्वर वाधवानी को अपनी कुटिया में बुलाया, जो दरअसल उसका फार्महाउस है। महिला को भी बुलाया गया और उसी दिन दोनों की शादी करवा दी और कहा कि यह भगवान का आदेश है। साईं ने ईश्वर को अपना भक्त बताया था। महिला पढ़ी-लिखी थी लेकिन धोखा खा गई।
यह शादी आनन-फानन में बिना पूरी जानकारी दिए करवा दी गई थी। शादी में केवल ईश्वर के परिजन आए थे लड़की के घर से कोई नहीं था। इसके बाद महिला के घरवालों को शादी की सूचना दी और वहीं से उसे ससुराल भेज दिया गया।
लेकिन शादी के दो महीने बाद ही पति के बदलते स्वभाव से उसे पता चला गया की वह धोखे का शिकार हो गई है। इस समय वह गर्भवती भी थी। इसके बाद तो उस पर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया।
गर्भ गिराने के लिए किया मजबूर
ईश्वर महिला को उसका गर्भ गिराने के लिए धमकी देने लगा और महिला को यह भी पता चला की उसके पति का पहली पत्नी से तलाक नहीं है। इस सबसे परेशान हो महिला अपने मायके चली गई और बच्चे को न गिराने का फैसला किया।
इसके बाद महिला इंदौर के महू में साईं के पास यह पूछने गई की उन्होंने उसके साथ इतना बुरा क्यों किया। जब वह पहुंची तो उसे साईं के शयनकक्ष में बुलाया गया। वहां पर नारायण साईं ने महिला के साथ अश्लील हरकतें करनी शुरू कर दीं।
कई तकलीफों के बाद महिला ने एक बेटे को को जन्म दिया। लेकिन बच्चे के बाप ने उसे अपनाने से इनकार कर दिया। तब जाकर महिला ने अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
साल 2004 में पीड़ित महिला ने अपने पति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और मारपीट की शिकायत दर्ज कराई लेकिन पुलिस की तरफ से सहयोग नहीं मिला और एफआईआर में नारायण साईं के खिलाफ कोई कोई बात नहीं लिखी गई थी। मामला कोर्ट पहुंचा जहां महिला ने लिखित में कोर्ट को नारायण साईं की धोखाधड़ी बताई। लेकिन वहां भी केस खिंचता चला गया।
आसाराम पर रेप का मामला सामने आने के बाद महिला को हिम्मत मिली और धमकियों के बावजूद वह शिकायत करने एसपी अनिल कुशवाह के ऑफिस गईं लेकिन वहां से भी खाली हाथ लौटना पड़ा। अब पीड़ित महिला शुक्रवार को नारायण साईं और उनके साथी ईश्वर वाधवानी के खिलाफ कोर्ट में परिवाद पेश करने जा रही हैं।