एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर हमला करने वाला फेसबुक पर देशभक्त हिंदू सचिन शर्मा, भाजपा नेताओ के साथ तस्वीरों पर विपक्ष ने उठाए सवाल
गुरुवार को एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की कार पर शाम करीब साढ़े पांच बजे फायरिंग के बाद उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल गरमा गया है । घटना के फौरन बाद ओवैसी ने फायरिंग करने वालों को गोडसे की औलाद कहकर मामले को खूब सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की लेकिन उसके बाद पुलिस द्वारा पकड़े गए युवकों का नाम सचिन शर्मा सामने आने पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चुनावी माहौल में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया ।
युवक के भाजपा नेताओं के साथ हो रहे फोटो वायरल, विपक्ष हुआ हमलावर
पुलिस के अनुसार आरोपियों के नाम सचिन शर्मा और शुभम हैं। सचिन बीमा एजेंट है जबकि शुभम किसान है , उन्होंने पूछताछ में बताया कि ओवैसी के नफरत भरे भाषण से वे नाराज थे, इसलिए हमला किया। सचिन ने पूछताछ में बताया कि शुभम से उसकी दोस्ती फेसबुक पर हुई। इसके बाद फोन पर बातें होने लगीं। फोन पर ही हमले की साजिश तैयार की। दोस्तों से पिस्तौल ली। हमले से पहले दोनों मिले और कार से टोल प्लाजा पर पहुंच गए। सोशल मीडिया पर सचिन के भाजपा नेताओं के साथ तमाम फोटो वायरल हो रहे हैं जिसको लेकर विपक्ष हमलावर हो रहा है
समाजवादी पार्टी की नोएडा के एक पदाधिकारी नवीन ने आरोपी के नाम ओर फोटो के सहारे भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि छद्म हिंदुत्व की बलि चढ़ा युवा का भविष्य ,इस युवा के दिमाग मे इतना ज़हर भरा गया कि ये नफरती हो गया और जो काम इसने और इसके साथी ने किया वह इनके परिवार और पीढ़ियों के लिए एक पीड़ा बनकर रहेगा क्योंकि भाजपा तो किनारा कर लेगी और भुगतना इनके परिजनों को ही पड़ेगा , युवाओं को बरगला कर उनका भविष्य खराब करना ही भाजपा का चरित्र है अपने आसपास के युवाओं को हिन्दू-मुस्लिम के ज़हर से बचाएं उनको अच्छा और जिम्मेदार इंसान बनाएं



क्या है घटना ?
कल किठौर में अपनी सभा की समाप्ति पर जब ओवैसी की गाड़ी पिलखुवा के पास छिजारसी टोल प्लाजा से निकल रही था। तब दो युवकों ने कार में नीचे की तरफ गोलियां चलाईं। इस दौरान समर्थकों ने एक हमलावर को पकड़ लिया और टोलकर्मियों को सौंप दिया। उसके पास से पिस्तौल बरामद हुई है। बाद में पुलिस ने दबिश देकर दूसरे को भी पकड़ लिया। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।