जयपुर। आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों को देखते हुए केंद्र की संप्रग सरकार ने छोटे शहरों के मतदाताओं को लुभाने के लिए अब 100 छोटे शहरों में हवाई अड्डे स्थापित किए जाने की योजना बनाई है। इस कड़ी में पहला हवाई अड्डा किशनगढ़ में शुरू हो रहा है। शनिवार को अजमेर के किशनगढ़ में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि राजस्थान में और भी हवाई अड्डे बनाए जाएंगे।
किशनगढ़ में हवाई अड्डे के शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री ने अपना पूरा भाषण चुनाव पर ही केंद्रित रखते हुए केंद्र की संप्रग सरकार और राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ की। संप्रग के कार्यकाल की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले दस साल में हवाई अड्डों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। बीते साल 16 करोड़ लोगों ने हवाई यात्रा की। यह संख्या वर्ष 2020 तक बढ़कर 30 करोड़ तक पहुंच जाएगी। चुनाव के लिहाज से उन्होंने अजमेर के सांसद और केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट को किशन गढ़ हवाई अड्डे का श्रेय दिया।
प्रधानमंत्री ने इसी दिन जयपुर में मेट्रो के भूमिगत रूट का भी शिलान्यास किया। इसके बाद मनमोहन ने कहा कि मेट्रो ट्रेन के संचालन से पेट्रोल, डीजल और गैस की खपत कम होगी। ईंधन का बाहर से आयात नहीं करना पड़ेगा और प्रदूषण भी कम होगा। संप्रग सरकार के कार्यकाल की योजनाओं को क्रांतिकारी बताते हुए उन्होंने कहा कि शहरों एवं गांवों के समान रूप से विकास के लिए काम किया गया है। मनरेगा, शिक्षा, सूचना का अधिकार, खाद्य सुरक्षा जैसे कदमों से लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आएगा। उन्होंने सोलर मिशन की उपलब्धियां भी गिनाईं। प्रधानमंत्री के मुताबिक, राष्ट्रीय ग्रिड से सौर ऊर्जा के 1970 मेगावाट के संयंत्रों को जोड़ा जाएगा। इनमें से 640 मेगावाट की योजना पर काम शुरू हो चुका है। दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस वे की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश का विकास और तेजी से हो सकेगा।
मुजफ्फरनगर दंगों का भी किया जिक्रमुजफ्फरनगर दंगों का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पूरे विश्व को शांति और सद्भाव का संदेश देती है। सभी मजहबों के बीच सामंजस्य और समरसता के लिए ख्वाजा साहब से प्रेरणा लेनी चाहिए। देश के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक दंगों के दौरान ख्वाजा साहब का संदेश और भी प्रासंगिक है।
प्रधानमंत्री को दिखाए गए काले झंडेजयपुर मेट्रो के शिलान्यास समारोह के दौरान प्रधानमंत्री की सभा में कुछ युवकों ने काले झंडे दिखाए गए। यह वाकया तब पेश हुआ जब मनमोहन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व राज्य सरकार की योजनाओं और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का बखान कर रहे थे। ये युवक दुष्कर्म के आरोप में फंसे मंत्री बाबूलाल नागर को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे।