नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ के आरोपी आसाराम के पास अकूत दौलत के साथ-साथ अनेक प्रभावशाली शिष्य हैं।
आश्रम के प्रवक्ता मनीष बगाड़िया के अनुसार आसाराम के पास 425 आश्रम, 1,400 समिति, 17,000 बाल संस्कार केन्द्र और 50 गुरुकुल हैं।
बगाड़िया का दावा है कि भारत और विदेश में आसाराम के पांच करोड़ से अधिक अनुयायी हैं। इनमें छात्र, फिल्म स्टार्स, क्रिकेटर, उद्योगपति और राजनेता शामिल हैं।
आसाराम पर सरकार की मेहरबानी भी होती रही है। मोटेरा, अहमदाबाद में जो आसाराम का आश्रम है। वह जमीन उन्हें राज्य सरकार से मिली थी। फरवरी 2009 में गुजरात सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया था कि आसाराम के आश्रम ने 67,089 वर्ग मीटर जमीन कब्जा ली है।
इस समय आसाराम के खिलाफ दिल्ली, गाजियाबाद, भदोही, रतलाम के साथ-साथ अलग-अलग जगहों पर एक दर्जन से ज्यादा केस चल रहे हैं।
मोटेरा के अशोक ठाकुर ने आश्रम पर अपनी पांच एकड़ जमीन कब्जाने का आरोप लगाया था। सूरत के जहांगीरपुरा गांव के किसान अनिल व्यास आश्रम से अपनी 34,400 वर्ग मीटर जमीन वापस लेने का केस लड़ रहे हैं।
दिल्ली की विधवा महिला सुदर्शन कुमारी ने भी आसाराम के ट्रस्ट के खिलाफ केस दर्ज कराया। महिला का कहना है कि उसे धोखा देकर कुछ कागजों पर साइन लिए गए थे जिसे बाद में राजौरी गार्डन में उनके मकान का ग्राउंड फ्लोर आश्रम को दान में दिया दिखाया गया।
गुड़गांव के पास राजकोरी गांव में बने आश्रम के अधिकारियों पर फर्जी दस्तावेज देकर आश्रम का रजिस्ट्रेशन कराने का आरोप लगा। आसाराम पर भदोही जिले में डेढ़ साल पूर्व एक पत्रकार की पिटाई के मामले में मुकदमा चल रहा है। इसी तरह के आरोप गाजियाबाद में लगे थे।
2008 में बिहार स्टेट बोर्ड ऑफ रिलीजियस ट्रस्ट ने आसाराम के ट्रस्ट को अपनी 80 करोड़ रुपये की जमीन कब्जाने पर नोटिस दिया था। अप्रैल 2007 में पटना हाईकोर्ट से रिटायर्ड जज ने आसाराम बापू और उनके चेलों पर अपनी जमीन पर कब्जा करने की शिकायत दर्ज कराई।
आसाराम की योग वेदांत समिति को 2001 में कथित सत्संग के लिए 11 दिन के लिए मध्य प्रदेश के रतलाम में मंगल्य मंदिर के परिसर का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी लेकिन 12 साल बाद भी समिति ने परिसर को खाली नहीं किया और 700 करोड़ रुपये मूल्य की 100 एकड़ भूमि पर कब्जा किया हुआ है।