उत्तर प्रदेश के बरेली में पुलिस ने प्रशासन की अनुमति लिए बगैर कार्यक्रम करने से रोका तो जय गुरुदेव के समर्थक गुंडई पर उतर आए। शनिवार को दोपहर के वक्त हाथों में डंडे लेकर 30-35 समर्थक थाना बारादरी में घुस गए और पुलिस पर हमला कर दिया।
थाने में चौकी इंचार्जों के साथ बैठक कर रहे इंस्पेक्टर शोरशराबा सुनकर बाहर निकले तो उन्हें कॉलर पकड़कर खींच लिया और उसके बाद चौकी इंचार्जों पर भी डंडे चलाने शुरू कर दिए।
एक दारोगा समेत कई पुलिस वाले इसमें चोटिल हो गए। बाद में पुलिस ने भी जय गुरुदेव समर्थकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। थाने में घुसे 23 समर्थकों को दबोचकर अंदर भी कर दिया गया। भीड़ ने इंस्पेक्टर और जगतपुर चौकी इंचार्ज अरुण कुमार चतुर्वेदी का बिल्ला भी नोच लिया।
जय गुरुदेव के समर्थकों के दो गुट हैं। इनमें स्वाधीन भारत विधिक सत्याग्रह नाम का एक गुट जय गुरुदेव को जीवित मानता है, जबकि दूसरे गुट जय गुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था का मानना है कि वह मई 2012 में परलोक सिधार चुके हैं।
स्वाधीन भारत विधिक सत्याग्रह गुट ने शनिवार को जोगी नवादा में वनखंडी नाथ मंदिर के पास रामलीला मैदान में आम सभा का आयोजन किया था जिसका समय दोपहर 12 से शाम पांच बजे तक रखा गया था।
सुबह 10 बजे से दो टेंपो पर लाउडस्पीकर लगाकर शहर में इस कार्यक्रम का प्रचार किया जा रहा था। दूसरे गुट के लोग इस कार्यक्रम का विरोध कर रहे थे। उन्होंने पुलिस से लिखित शिकायत भी की थी।
कार्यक्रम के लिए चूंकि जिला प्रशासन की अनुमति नहीं ली गई थी इसलिए पुलिस ने लाउडस्पीकर उतरवाकर टेंपो थाना बारादरी में खड़ा करा लिया।
जोगीनवादा में भी कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही रुकवा दिया। दोपहर करीब डेढ़ बजे स्वाधीन भारत विधिक सत्याग्रह गुट के 30-35 जय गुरुदेव समर्थक छह गाड़ियों में बारादरी थाने जा धमके। हाथों में डंडे और नीले झंडे लिए इन समर्थकों ने गाड़ी से उतरते ही पुलिस को गालियां देनी शुरू कर दी।