भोपाल। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक रैली को संबोधित करते हुए सबसे पहले लालकृष्ण आडवाणी का नाम लिया। मोदी ने कहा कि बापू चाहते थे कि कांग्रेस खत्म हो और बापू की इस इच्छा को भाजपा पूरा करेगी। इस बार कांग्रेस मुक्त मतपेटी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश दसों दिशाओं में प्रगति कर रहा है और मुझे इसमें जरा भी संदेह नहीं है कि यहां एक बार फिर भाजपा की सरकार बनेगी।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन के अवसर पर जंबूरी मैदान में विशाल रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आज पंडित जी के सपनों को सच करने का अवसर आ गया है। हमें यह तय करना है कि 2015-16 में उनकी जन्म शताब्दी को हम किस तरह से मनाते हैं। उन्होंने कहा कि हम संकल्प लें कि अगले वर्ष केंद्र और अधिकांश राज्यों में भाजपा की सरकार बने।
अपने संबोधन में मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मप्र को बीमारू राज्य बना दिया था, मिट्टी में मिला दिया था लेकिन शिवराज सिंह के अथक प्रयास से यह राज्य एक बार फिर सिर उठाकर खड़ा है। मोदी ने कांग्रेसनीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह भाजपा शासित राज्यों के काम में अड़ंगा डालती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज्यों में सबका विकास हुआ। गरीबों के विकास में भाजपा शासित राज्य सबसे आगे हैं।
मोदी ने सीबीआइ के दुरुपयोग को लेकर कहा कि अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव में कांग्रेस नहीं बल्कि सीबीआइ चुनाव लड़ेगी। पीएम उम्मीदवार मोदी ने सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता आगामी चुनाव में कांग्रेस से चुन-चुन कर हिसाब लेगी। यूपीए सरकार ने घोटालों का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। कांग्रेस के घोटाले का शून्य एम टू दिल्ली तक है। अगर अपनी, अपने राज्य और देश की भलाई चाहते हैं तो इस बार भाजपा को ही वोट दें।
मोदी ने कहा कि सभी सर्वे में भाजपा को सबसे आगे दिखाया जा रहा है। लोग कहते हैं इस बार कश्मीर से कन्याकुमारी तक भाजपा के पक्ष में आंधी चल रही है और इस आंधी को मतपेटी तक ले जाना है।
इससे पहले, लालकृष्ण आडवाणी ने इस रैली को दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक महाकुंभ करार दिया। एक बार ऐसा भी हुआ कि आडवाणी ने अपने भाषण के दौरान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की जगह नरेंद्र मोदी का नाम लिया और तुरंत अपनी भूल को सुधारा।
इस रैली में मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी केंद्र सरकार और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को जमकर कोसा। उमा ने दिग्विजय को ‘मिस्टर बंटाधार’ कहा।
भाजपा के ‘महाकुंभ’ में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी जब एक साथ मंच पर दिखे, तब रैली में मौजूद तमाम समर्थकों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। नरेंद्र मोदी ने आडवाणी के पांव छुए, लेकिन आशीर्वाद देने के लिए आडवाणी के हाथ नहीं उठे। हालांकि अपने संबोधन में आडवाणी ने मोदी की तरीफ की। उन्होंने कहा कि मोदी ने गुजरात को 24 घंटे बिजली दी है। आडवाणी ने कहा कि चुनाव में जीत हासिल करेंगे।
इसके बाद भोपाल की रैली में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह यूपीए सरकार पर जमकर बरसे और उन्होंने भाजपा के मुख्यमंत्रियों की जमकर तारीफ की। राजनाथ ने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री ने जो काम किया है, उसकी कोई बराबरी नहीं कर सकता। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा कांग्रेस से बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। यूपीए पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि इस शासन में महंगाई से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। आलम यह है कि कांग्रेस किसी भी हद तक झूठ बोल सकती है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत से भाजपा की ही जीत होगी।
भाजपा ने दावा किया कि इस रैली में पांच लाख लोग पहुंचे हैं।नरेंद्र मोदी के पक्ष में पूरा परिवार एकजुट है और दिल्ली फतेह को तैयार है, इसका संदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर भाजपा पूरी ताकत के साथ देगी।
नरेंद्र मोदी को भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री घोषित करने के बाद अब भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और संघ परिवार की पूरी कोशिश है कि कहीं भी टकराव या दरार के संकेत न जाएं। एकजुटता का संदेश देने के लिए सोच-समझकर दिन और जगह तय की गई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में नंबर दो यानी सरकार्यवाह सुरेश (भैय्या जी) जोशी भोपाल में कई दिनों से डेरा डाले हुए थे। संघ की राजनीतिक शाखा को पोसने वाले दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर सभी भाजपा दिग्गजों को एकजुट करने का संदेश है।
नरेंद्र मोदी के सामने शिवराज चौहान को खड़ा करने की कोशिशें भी हैं। मगर अब शिवराज अपने गढ़ में भी मोदी को नेता के रूप में पेश कर सारी शंकाओं का समाधान कर दिया। नाराज आडवाणी पहले ही मोदी का गुणगान कर चुके हैं। अब यहां उनके पीएम प्रत्याशी बनने के बाद पहली बार मंच साझा कर रहे-सहे सवाल भी खत्म हो गए। इसके अलावा शिवराज सिंह और उनकी विरोधी मानी जाने वाली उमा भारती भी वहीं हैं।
इसके अलावा लोकसभा व राज्यसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और अरुण जेटली, पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू, नितिन गडकरी और अनंत कुमार समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं। परसों तक साढे़ चार लाख टिकट इस रैली के लिए बिक चुके थे। यहां की रैली के बाद मोदी रात को भोपाल में ही रुकेंगे और दूसरे दिन 26 सितंबर को तमिलनाडु के त्रिची में मोदी की बड़ी रैली होगी। इस रैली के करीब 1.70 लाख टिकट बेचे जा चुके हैं। पहले यह पार्टी की एक छोटी सभा की योजना थी, लेकिन माहौल बनता देख इसे विशाल रैली में तब्दील कर दिया गया। इसके बाद दिल्ली के रोहिणी इलाके में 29 सितंबर को बड़ी रैली की जाएगी। इसके लिए भी तैयारियां अपने चरम पर हैं।