एटा – केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने सपा मुखिया को खुली चुनौती दी है। कहा कि मुलायम सिंह में दम है तो वह मुझसे मुकाबला करें। मुजफ्फरनगर दंगों को सपा की वोटों की राजनीति बताने के बावजूद आजम खां के नाम पर वह चुप्पी साध गए। बोले कि आजम मेरे मित्र हैं। उन्हें कांग्रेस में शामिल होने का न्योता है।
होटल माया पैलेस में पत्रकारों से बातचीत में बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि मुस्लिम वोटों को हासिल करने के लिए मुलायम सिंह किस हद तक जा सकते हैं, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण मुजफ्फरनगर का दंगा है। दंगों पर बेनी ने सपा प्रमुख को घेरा, लेकिन आजम खां के मामले पर चुप्पी साधे रहे। उन्होंने कहा कि आजम खां उनके मित्र रहे हैं।
इसलिए उन पर टीका-टिप्पणी करना उचित नहीं समझते। उन्होंने आजम खां को कांग्रेस में आने का न्योता भी दिया। एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुसलमान सपा से सौ-सौ बार तौबा कर रहा है और इस बार कांग्रेस को समर्थन देगा। मुलायम उन्हें 11 वर्षो तक मूर्ख बनाते रहे। इस बात का ताउम्र अफसोस रहेगा कि समय रहते हम मुलायम की साजिशों को नहीं समझ सके।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं मुलायम से मुकाबला करना चाहता हूं। अगर दम है तो वे मुकाबला करें। सीबीआइ जांच के मामलों पर चुटकी लेते हुए कहा कि मुलायम सिंह उनके मित्र रहे हैं, इसलिए वे यह नहीं चाहते कि श्री यादव जेल जाएं। दागी नेताओं संबंधी अध्यादेश के मामले में वर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने अध्यादेश फाड़ डालने जैसा बयान देकर कोई गलती नहीं की। सरकारों से गलतियां होती रहती हैं, मगर उनमें सुधार किया जाता है।
वहीं, रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद को लेकर वर्ष 1990 में कारसेवकों पर हमले के लिए उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और भाजपा नेताओं की साठगांठ बताई। उन्होंने दावे के साथ कहा कि भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुलायम सिंह के बीच उस समय कई दौर की बैठकें हुई। हिंदू और मुसलमानों को अपने-अपने पाले में लाने के लिए मुलायम और भाजपा ने पूरा प्लान तैयार किया था।
मुलायम ने लिखी दंगों की पटकथाहाथरस। केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने मुजफ्फरनगर दंगों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा है कि सपा और भाजपा की मिलीभगत से दंगा हुआ। दोनों की साठ-गांठ से दंगे की पटकथा लिखी गई और इसे रूप दिया गया। एटा से अलीगढ़ जाते समय सिकंदराराऊ के यशोदा भवन स्थित कांग्रेस कार्यालय पर पत्रकारों से श्री वर्मा ने कहा कि दंगा भाजपा और सपा की सुनियोजित साजिश थी। आरएसएस के नेताओं से मिलकर मुलायम सिंह यादव ने मुजफ्फरनगर में दंगों की पटकथा लिखी।
इस दंगे में गुजरात एवं महाराष्ट्र के लोगों की भागीदारी रही है। इसका खुलासा मोबाइल की कॉल डिटेल से हो रहा है। दंगे का उद्देश्य पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चौ. अजित सिंह और धर्मनिरपेक्ष ताकतों को कमजोर करके भाजपा को मजबूत करना था। इस दौरान बेनी प्रसाद ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस यूपी में 50 तथा उसके सहयोगी दल दस सीटें जीतेंगे।