पूछताछ के लिए दोबारा बुलाए जाने पर बाबा रामदेव हीथ्रो हवाईअड्डे पहुंचे हैं। वहीं रामदेव के समर्थक हीथ्रो हवाई अड्डे पर जमा हैं।
सूत्रों के मुताबिक गलत वीजा के मामले में बाबा रामदेव से पूछताछ की जा रही है। बाबा रामदेव विजिटर वीजा पर लंदन गए थे।
अभी तक इस मामले में विदेश मंत्रालय ने रामदेव से संपर्क नहीं किया है। हालांकि इस मामले में विदेश मंत्रालय ब्रिटिश अधिकारियों से संपर्क में हैं।
ब्रिटिश अधिकारियों ने योग गुरु बाबा रामदेव को हीथ्रो हवाई अड्डे पर रोक कर रखने और उनसे घंटों पूछताछ की कोई वजह नहीं बताई है।
इस पूछताछ के बाद प्रतिक्रिया देते हुए बाबा रामदेव ने दावा किया कि उनसे घंटों पूछताछ की गई लेकिन इसकी वजह नहीं बताई गई।
उन्होंने दावा किया कि वह किसी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल नहीं हैं और न ही कभी कोई गलत काम किया है। �
बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने कस्टम अधिकारियों से लगातार इस पूछताछ की वजह जाननी चाहिए।
लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला। वे सिर्फ यह कहते रहे कि इसका खुलासा नहीं किया जा सकता। बाबा रामदेव को हीथ्रो एयरपोर्ट पर रोके जाने के मामले पर बीजेपी ने कड़ा एतराज जताया है और केंद्र से हस्तक्षेप की मांग की है।
बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इस मामले को बेहद गंभीर करार दिया है और कहा है कि केंद्र को इसमें संज्ञान लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि योग गुरु को रोके रखने की वजहों का खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन जहां तक मुझे जानकारी है बाबा के पास एक डायरी थी और उसमें मंत्र लिखे थे।
इन मंत्रों की वजह से ही उन्हें रोका गया था। यह डायरी जब्त कर ली गई और उन्हें शनिवार को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बहरहाल, उनकी गिरफ्तारी की वजहों पर साफ तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा रहा है।
विवेकानंद समारोह से लौट रहे थे रामदेव
पतंजलि योग पीठ ने स्वामी विवेकानंद की 120वीं जयंती पर लंदन में एक समारोह का आयोजन कर रहा है। इसी समारोह में हिस्सा लेने के लिए रामदेव लंदन पहुंचे हैं।
समारोह के आयोजनकर्ताओं में से एक ने कहा कि कस्टम अधिकारियों ने हिंदी और संस्कृत की उन किताबों के बारे में पूछताछ की, जिन्हें बाबा यहां लाए थे।
कस्टम अधिकारियों ने छह घंटों की पूछताछ के बाद ही उन्हें जाने दिया। हालांकि एक दूसरे सूत्र के मुताबिक योग गुरु यहां बिजनेस वीजा के बजाय विजिटर वीजा पर आए थे। इसीलिए उनसे पूछताछ हुई।
कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया गया कि बाबा अपने साथ कुछ दवाइयां लाए थे। पूछताछ की एक वजह यह भी थी। हालांकि बाबा के प्रवक्ता एसके तेजारावाला ने कहा कि दवाइयों की वजह से उनसे पूछताछ की बात बिल्कुल बेबुनियाद है।