अभी-अभी खबर मिली है कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव से पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के प्रदेश पदाधिकारियों की मैराथन मीटिंग के बाद पेट्रोल पंप की राज्यव्यापी हड़ताल रोक दी गई।
देर शाम पेट्रोल-डीजल की वर्तमान वैट दरों में कमी किए जाने के लिखित आश्वासन के बाद शनिवार को प्रस्तावित हड़ताल वापस लेने का फैसला किया गया।
यह जानकारी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष बीएन शुक्ला ने दी।
दरअसल, प्रदेश में लागू पेट्रोल-डीजल की वैट दर को घटा कर सीमावर्ती राज्यों के समकक्ष लाने की मांग पर अड़े पेट्रोलपंप डीलर्स ने 28 सितंबर को प्रदेशव्यापी एक दिवसीय बंदी कर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था।
वैट दर में कमी लाने की मांग पर प्रदेश सरकार द्वारा बरती जा रही उपेक्षा से खिन्न पेट्रोलपंप डीलरों ने चेताया था कि इसके बाद भी सरकार न चेती तो अक्तूबर में दो दिवसीय व नवंबर में अनिश्चितकालीन बंदी का ऐलान किया जाएगा।
पंप संचालकों ने आम उपभोक्ताओं से सीधे जुड़े इस मसले पर हड़ताल के दौरान सहयोग देने की भी अपील की थी।
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष बीएन शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में पेट्रोल व डीजल की वर्तमान वैट दर दिल्ली व हरियाणा सहित अन्य सीमावर्ती राज्यों के मुकाबले सर्वाधिक है।
इसमें कमी लाने से प्रदेश में लगातार बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कुछ कमी आने से आम जनता को सीधा फायदा मिलेगा। साथ ही, दिल्ली व हरियाणा राज्य के सीमावर्ती इलाकों में महंगा पेट्रोल डीजल बेचे जाने के कारण बंदी के कगार पर पहुंच चुके पेट्रोल पंपों को भी बचाया जा सकेगा।
गौरतलब है कि बीते माह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी संगठन की तरफ से एक पत्र भेजकर प्रदेश में लागू वैट की बढ़ी दरों के कारण हो रही परेशानी के बारे में विस्तार से बताया गया था, लेकिन न तो सरकार चेती और न ही जिम्मेदार विभाग।