एसबीआइ ने महंगा किया कर्ज, जमा दरों को बनाया आकर्षक

19_09_2013-19sboloansनई दिल्ली । भारतीय स्टेट बैंक से होम लोन और ऑटो लोन लेना अब थोड़ा महंगा हो गया है। आज देश के इस सबसे बड़े बैंक ने अपनी बेस रेट को 9.70 फीसद से बढ़ा कर 9.80 फीसद कर दिया है। इसके साथ ही बैंक ने जमा दरों को भी थोड़ा आकर्षक बनाया है। सभी प्रकार की सावधि जमा स्कीमों पर ब्याज दरों को 0.25 फीसद से लेकर एक फीसद तक बढ़ा दिया गया है। एसबीआइ ने यह कदम तब उठाया है जब पूरा बैंकिंग क्षेत्र कल शुक्रवार को रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की मध्य-तिमाही समीक्षा का इंतजार कर रहा है।

एसबीआइ ने सबसे ज्यादा ब्याज दरें सात दिनों से 179 दिनों की सावधि स्कीमों पर बढ़ाया है। इन पर ब्याज की दर 6.5 फीसद से बढ़ा कर 7.5 फीसद कर दी गई है। इससे पता चलता है कि बैंक तरलता संकट से जूझ रहा है। एसबीआइ के अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने हाल ही में बैंकिंग क्षेत्र में तरलता संकट को लेकर अपनी नाराजगी जताई थी। रुपये की कमजोरी थामने के लिए रिजर्व बैंक ने पिछले दो महीनों के दौरान जो कदम उठाये हैं उसकी वजह से बैंकों के पास फंड की कमी होने का कयास लगाया जा रहा है। अब जबकि त्योहारी सीजन में कर्ज की मांग बढ़ेगी तो बैंक ने तलरता स्थिति को सुधारने के लिए जमा स्कीमों को आकर्षित करने का फैसला किया है।

बहरहाल, एसबीआइ ने बेंचमार्क उधारी दर को भी 14.45 फीसद से बढ़ा कर 14.55 फीसद कर दिया है। इसका मतलब यह हुआ कि पहले से जिन ग्राहकों ने बैंक से फ्लोटिंग दर पर होम लोन ले रखा है उनकी या तो मासिक किस्त बढ़ाई जाएगी या फिर उनके कर्ज की अवधि में इजाफा किया जाएगा। बाजार के जानकार मौद्रिक नीति की समीक्षा से एक दिन पहले एसबीआइ की तरफ से उठाये गये इस कदम को लेकर काफी आश्चर्यचकित है क्योंकि आम तौर पर इस तरह के कदम नीति की घोषणा के बाद ही उठाये जाते है।