भाजपा में साइड लाइन किए जा चुके लालकृष्ण आडवाणी शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पुराने अड्डे पहुंचे।
अटलजी का यह पुराना अड्डा कोई और नहीं बल्कि लखनऊ है। आडवाणी ने यहां पहले तो अटलजी द्वारा शहर को दी गई एक विरासत की नई बिल्डिंग का लोकार्पण किया। उसके बाद उनके दिल के उद्गार बाहर निकल आए।
पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए आडवाणी ने कहा कि आजकल उन्हें अटलजी की कमी काफी अखर रही है। जाहिर है कि उनका पार्टी में चल रही अंदरूनी खींचतान की ओर था।
आडवाणीजी को ढांढस बंधाते हुए लखनऊ से भाजपा सांसद लालजी टंडन ने इस बात पर जोर दिया कि आडवाणी पार्टी से ऊपर हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी शुक्रवार दोपहर करीब 3:10 बजे लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे आ गए। यहां भाजपा के तमाम नेता और कार्यकर्ता उन्हें लेने पहुंचे।
एयरपोर्ट पर काफी देर तक आडवाणी के समर्थन में नारेबाजी को देखकर ये बात साबित हो गई कि वह भले ही संघ और राजनाथ की विनिंग टीम में फिट न बैठते हों, पर जमीनी कार्यकर्ताओं के बीच उनकी स्वीकार्यता जस की तस बनी हुई है।
गौरतलब है कि आडवाणी को राजधानी के दो कार्यक्रमों में हिस्सा लेना था। एक कार्यक्रम के लिए वह सीधे एयरपोर्ट से ही रवाना हो गए।
शाम पांच बजे आडवाणी मेडिकल कॉलेज के पास स्थित कन्वेंशन सेंटर पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के साथ सेंटर की नई बिल्डिंग का लोकार्पण किया। गौरतलब है कि अटलजी ने इस कन्वेंशन सेंटर का लोकार्पण्ा किया था।
सूत्रों की मानें तो आडवाणी यहां लालजी टंडन और डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी जैसे कुछ वरिष्ठ नेताओं से प्रदेश और पार्टी की अंदुरूनी जानकारी भी ले सकते हैं।