यूपीः प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों की बढ़ी फीस यहां देखें

उत्तर प्रदेश के 182 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज की फीस तय कर दी गई है। फीस वर्ष तीन सत्रों 2013-14 से 2015-16 के लिए तय की गई है। कॉलेज इसी सत्र से नई फीस लेंगे।

बड़े कॉलेजों में छात्रों को प्रवेश लेने पर जहां 85 हजार से 95 हजार रुपये फीस देनी पड़ेगी, वहीं छोटे कॉलेजों में फीस 45 हजार से 60 हजार रुपये ही देनी पड़ेगी।

राज्य सरकार के निर्देश पर गठित फीस निर्धारित कमेटी ने कॉलेज प्रबंधकों का पक्ष सुनने के बाद फीस का निर्धारण किया है।

कमेटी ने केवल ट्यूशन फीस निर्धारित की है। छात्रावास और मेस शुल्क कॉलेज प्रबंधन अलग से ले सकेंगे। निजी कॉलेज में नई फीस इसी सत्र से ली जाएगी।

उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय करीब 712 इंजीनियरिंग और प्रबंधन कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में बीटेक, एमबीए, एमसीए, होटल मैनेजमेंट, बीफार्मा और बीआर्क की प्रथम वर्ष करीब 1,95000 सीटें हैं।

निजी तकनीकी कॉलेजों में प्रवेश के लिए राज्य प्रवेश परीक्षा (एसईई) आयोजित की जाती है। नया सत्र शीघ्र ही शुरू होने वाला है।

इसके लिए फीस निर्धारित कमेटी ने निजी कॉलेजों से फीस नए सिरे से तय करने के लिए 15 अप्रैल 2013 तक प्रस्ताव मांगे थे। प्रदेश के 222 कॉलेजों ने प्रस्ताव दिया, इसके आधार पर 182 की फीस तय की गई है।

गौरतलब है कि राज्य सरकार के निर्देश पर इसके पहले निजी कॉलेजों की फीस वर्ष 2004 में 63,400 रुपये निर्धारित की गई थी।

राज्य सरकार के निर्देश पर फीस निर्धारण के लिए वर्ष 2008 में प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा की अध्यक्षता में फीस निर्धारण कमेटी का गठन किया गया।

फीस निर्धारण कमेटी फीस तय करती इससे पहले निजी कॉलेज प्रबंधन पूर्व में निर्धारित फीस 63,400 को कम मानते हुए हाईकोर्ट चले गए।

वहां उसे राहत मिल गई और हाईकोर्ट ने वर्ष 2009-10 सत्र में कॉलेजों को अधिकतम 75 हजार रुपये फीस लेने की इजाजत दे दी। फीस निर्धारण कमेटी ने इसके पहले वर्ष 2010 में तीन सत्रों के लिए फीस निर्धारित की थी।

फीस निर्धारित कमेटी के सचिव डॉ. वीएस सिंह ने बताया कि 182 कॉलेजों की फीस तय कर दी गई है शेष बचे कॉलेजों के फीस तय करने की प्रक्रिया चल रही है।