नई दिल्ली।। बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद के अगले दावेदार माने जाने वाले गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पार्टी नेताओं से कहा है कि वे आक्रामक तरीके से अपनी बात रखें। उन्होंने यह भी मंत्र दिया है कि वे कांग्रेस के झांसे में न आएं और न ही मीडिया को आने दें बल्कि वे मीडिया में कांग्रेस को बेनकाब करें।
बीजेपी की कैंपेन कमिटी के प्रमुख मोदी ने पार्टी के देश भर के प्रवक्ताओं, मीडिया प्रभारियों, टीवी पैनलिस्टों की मीडिया वर्कशॉप में लगभग आधे घंटे तक अपने मंत्र बताए। उन्होंने अपने प्रवक्ताओं से कहा कि वे मेहनत के साथ तैयारी करें और मीडिया में उतरें। बीजेपी की ओर पूरा देश आशा भरी निगाहों से देख रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक होकर प्रवक्ताओं को अपनी बात रखनी चाहिए। बीजेपी को डिफेंसिव होने की जरूरत नहीं है। इसकी वजह यह है कि दस साल से कांग्रेस सत्ता में है। ऐसे में जवाबदेही उसकी बनती है।
उन्होंने कहा कि इस वक्त पूरा देश जानता है कि कांग्रेस की हालत खस्ता है। कोई चैनल, कोई ग्रुप, कोई संस्था यह मानने को तैयार नहीं है कि इस वक्त कांग्रेस की हालत खराब नहीं है। सभी मान रहे हैं कि कांग्रेस नाजुक स्थित में है। यही वजह है कि वह मुद्दों से भाग रही है। ऐसे में बीजेपी प्रवक्ताओं को चाहिए कि वह कांग्रेस को मुद्दों के आधार पर घेरें और उसे बेनकाब करें।
इसके लिए सबसे सुगम माध्यम मीडिया है। उसका सदुपयोग किया जाए और मीडिया के जरिए जनता तक पार्टी की नीतियों की जानकारी दी जाए। उन्होंने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि वह सोशल मीडिया में पैसा देकर बीजेपी और उनके नेताओं के खिलाफ लिखवाती है। लेकिन जनता को सब मालूम है और वह कांग्रेस को जवाब देने के लिए तैयारी बैठी है।
पार्टी नेताओं का कहना है कि शनिवार को मोदी का अंदाज बिल्कुल जुदा था। वह बेहद गंभीर तरीके से अपनी बात रख रहे थे। इस वर्कशॉप में लगभग आधे घंटे तक उन्होंने अपनी बात रखी। उन्होंने सोशल मीडिया या किसी तरह के दूसरे टूल के इस्तेमाल की सलाह नहीं दी, बल्कि राजनीतिक लाइन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आर्थिक नीतियों की वजह से खुद मीडिया जगत भी परेशान है। ऐसे में कांग्रेस की कारस्तानी और उसके हथियारों को समझना चाहिए और उसी के मुताबिक ही जवाब भी देना चाहिए।
इस वर्कशॉप का समापन भाषण पार्टी अध्यक्ष राजनाथ ने किया। उन्होंने प्रवक्ताओं को सलाह दी कि वे मीठा बोलें और अपनी बात शालीनता से रखें। अगर कांग्रेस के नेता स्तरहीन बात करते हैं, तो उन्हें इस स्तर पर गिरने की जरूरत नहीं है, बल्कि वे शालीन तरीके से अपनी बात रखें।