फिरकी गेंदबाज अमित मिश्रा के कॅरियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे को पांचवें वनडे में सात विकेट से हराकर पहली बार विदेशी धरती पर क्लीन स्वीप करने का सपना पूरा कर लिया।
टीम इंडिया ने 34 ओवर में ही तीन विकेट पर 167 रन बनाते हुए आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत की ओर से अंजिक्य रहाणे ने सर्वाधिक 50 रनों का योगदान दिया। जबकि रवींद्र जडेजा 48 रन बनाकर अंत तक नाबाद रहे।
पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद जिम्बाब्वे ने सधी अंदाज में बल्लेबाजी करने की कोशिश की, लेकिन उसकी पूरी टीम 39.5 ओवर में 163 रन बनाकर आउट हो गई। अमित मिश्रा ने 48 रन देकर छह विकेट निकाले।
भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच मैचों की वनडे सीरीज में 5-0 से क्लीन स्वीप कर लिया।
कॅरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के साथ ही अमित ने एक विश्व रिकॉर्ड भी रच दिया है। उन्होंने द्वीपक्षीय सीरीज में 18 विकेट लेने के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली। इससे पहले जवागल श्रीनाथ के नाम यह रिकॉर्ड था।
पहले ही ओवर में भारत को लगा झटका
आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहले ही ओवर की चौथी गेंद पर चेतेश्वर पुजारा खाता खोले बगैर ही आउट हो गए।
कायली जारवीस ने पुजारा को बोल्ड कर दिया। पुजारा अपने लगातार दूसरे मैच में भी फ्लॉप रहे। पुजारा के बाद शिखर धवन का साथ देने अजिंक्य रहाणे क्रीज पर आए।
दोनों ने भारत को शुरुआती झटके से उबारते हुए दूसरे विकेट के लिए 55 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी में धवन का योगदान अहम रहा। वह 41 रन बनाने के बाद जारवीस के ही शिकार बने।
मिला मौका तो रहाणे ने ठोंका पचासा
रहाणे ने ऊपरी क्रम में भेजे गए रवींद्र जडेजा के साथ पारी को आगे बढ़ाया। जिम्बाब्वे दौरे में पहली बार खेल रहे रहाणे ने इस मैच में अर्द्धशतक ठोक दिया। हालांकि 50 रन बनाने के बाद वह मॉल्कम मिलर की गेंद पर बोल्ड हो गए।
जडेजा ने इसके बाद दिनेश कार्तिक (नाबाद 10) के साथ टीम को आगे बढ़ाया और 41 रनों की अविजित साझेदारी कर टीम को ऐतिहासिक जीत दिला दी। जडेजा 77 गेंदों में 48 न बनाकर अंत तक नाबाद रहे।
उनादकट ने दिया शुरुआती झटका
उनादकट ने पारी के चौथे ओवर में ही वुशी सिबांदा (5) को विकेट के पीछे कैच आउट कराया। इसके बाद तेज गेंदबाज मोहित शर्मा ने कप्तान ब्रेंडन टेलर को खाता खोले बगैर ही कैच आउट करा दिया।
पिछले मैच की तरह इस मैच में भी जिम्बाब्वे का शीर्ष क्रम बुरी तरह से फ्लॉप रहा। उसने महज 45 रन पर अपने चार विकेट गंवा दिए।
सियन ने संभाली जिम्बाब्वे की पारी
सियन विलियम्स (51) ने जिम्बाब्वे के विकेटों के पतन को रोकते हुए एल्टन चिगुंबुरा (17) के साथ छठवें विकेट के लिए 50 रनों की साझेदारी कर टीम को सौ के पार पहुंचाया। सियन ने आज अर्द्धशतक भी लगाया।
सियन के अलावा हैमिल्टन मास्कजदा ने 32 रनों की दूसरी सबसे बड़ी पारी खेली।
अमित के ‘पंजे’ ने दिया झटका
ऐसे में जब लग रहा था कि आज जिम्बाब्वे दो सौ का आंकड़ा आराम से पार कर लेगा, लेकिन ऑफ स्पिनर अमित मिश्रा ने जोरदार गेंदबाजी करते हुए मेजबान टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
एक के बाद एक कर उन्होंने छह बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा दी। इसके साथ ही उन्होंने पहली बार वनडे कॅरियर में पांच या पांच से ज्यादा विकेट झटकने का कारनामा किया है।
रसूल को फिर नहीं मिला मौका
भारत पांच मैचों की सीरीज के पिछले सभी चारों मैच जीतकर 4-0 से आगे था और आज जम्मू-कश्मीर के फिरकी गेंदबाज परवेज रसूल को मौका दिए जाने की संभावना थी लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला।
अजिंक्य रहाणे को जिम्बाब्वे के खिलाफ पहली बार इस दौरे में टीम में शामिल किया गया। शिखर धवन की भी इस मैच में वापसी हुई। रोहित शर्मा और अंबाती रायडू को आज के मैच से बाहर रखा गया था।