जेएनयू में आकाश और रोशनी की मुलाकात वर्ष 2011 में हुई। उस समय दोनों ने कोरियाई भाषा में बीए में दाखिला लिया था। रोशनी शिप्रा हॉस्टल तो आकाश झेलम में रहता था।
फेसबुक पर किए गए पोस्ट इनके बीच बनते बिगड़ते संबंधों पर काफी कुछ बयां कर रहे हैं।
रोशनी बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित सेंट जेवियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पासआउट थी जबकि आकाश गया स्थित जेठियन के जवाहर नवोदय विद्यालय से पढ़ा हुआ था।
आकाश ने 14 मई को फेसबुक पर आखिरी कमेंट किया था। इसमें उसने लिखा, ‘रिश्तों की डोरी जब कमजोर होती है, तो इंसान गलतफहमी में पैदा होने वाले सवालों का जवाब खुद ही बना लेता है।’
इससे साफ है कि आकाश अपने और रोशनी के बीच आ रही गलतफहमी से बेहद परेशान था। आकाश के दोस्त देवेश व मुलायम कहते हैं कि वह रोशनी के लिए बहुत गंभीर था।
कुछ महीनों से वह रोशनी की अनदेखी के कारण आहत था। आकाश और रोशनी के बीच जून में भी काफी बहस हुई थी। इसके बाद रोशनी ने 12 जून को लिखा,‘जिदंगी मुश्किल है, पर असंभव नहीं।’
मुलायम के अनुसार, आकाश अक्सर कहता था कि जाति एक न होने की दीवार उनके रिश्ते में सबसे बड़ी रुकावट है।