किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में घिरे धर्मगुरु आसाराम बापू पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। राजस्थान पुलिस बापू को किसी भी समय गिरफ्तार कर सकती है।
एक किशोरी ने दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
दिल्ली पुलिस को दी शिकायत में इस किशोरी ने कहा है कि आसाराम ने उसके साथ राजस्थान के जोधपुर स्थित आश्रम में बलात्कार किया।
मेडिकल में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। किशोरी ने 74 वर्षीय आसाराम पर बंधक बनाने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है।
दिल्ली पुलिस ने मामला जोधपुर पुलिस को ट्रांसफर कर दिया है। हालांकि आसाराम के आश्रम की ओर से आरोपों से इऩकार किया गया है।
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी ने मंगलवार को दिल्ली के कमला मार्केट थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई।
भूत उतारने के लिए आश्रम में बुलाया
इसमें किशोरी ने कहा है कि वह पिछले पांच साल से मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित आसाराम के गुरुकुल में पढ़ रही है। अगस्त के पहले हफ्ते में किशोरी के पेट में दर्द हुआ। इस पर गुरुकुल के स्टाफ ने उसके परिजनों से भूत सवार होने की बात कही और उन्हें अनुष्ठान कराने की सलाह दी।
उन लोगों ने बताया कि भूत आसाराम ही उतारेंगे, जो जोधपुर में हैं। 13 अगस्त को परिजन किशोरी को लेकर जोधपुर आश्रम पहुंचे, जहां आसाराम के अनुयायियों ने किशोरी को वहां छोड़ परिजनों को वापस जाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
अकेले कमरे में किया अनुष्ठान
15 अगस्त को आसाराम के कमरे के बगल वाले कमरे में अनुष्ठान किया गया। इस दौरान परिजनों को बाहर रखा गया। अनुष्ठान के बाद परिजन किशोरी को लेकर शाहजहांपुर चले गए।
हत्या की दी थी धमकी
किशोरी ने 17 अगस्त को परिजनों को बताया कि अनुष्ठान के दौरान आसाराम ने उससे दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर परिजनों की हत्या की धमकी दी थी। परिजनों ने कमला मार्केट में चल रहे सत्संग के दौरान आसाराम से मिलने की कोशिश की, लेकिन मुलाकात नहीं होने पर मंगलवार को दिल्ली में शिकायत दर्ज कराई।
मेडिकल में दुष्कर्म की पुष्टि
मेडिकल में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने आसाराम के खिलाफ छेड़छाड़, बंधक बनाने, दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी समेत पॉक्सो की धारा के तहत जीरो एफआईआर दर्ज कर ली है। किशोरी को लेकर पुलिस की एक टीम बुधवार शाम जोधपुर पहुंच गई। दिल्ली पुलिस का कहना है कि घटना जोधपुर में हुई, इसलिए मामले को राजस्थान पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया है।