नई दिल्ली।। लगातार बढ़ती हुई महंगाई के बीच आम आदमी को एक और झटका लगा है। पेट्रोल और डीजल के दाम एक बार फिर बढ़ गए हैं। पेट्रोल 2.35 रुपये प्रति लीटर और डीजल 50 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया।
पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें आज आधी रात से लागू हो जाएंगी। इन कीमतों पर लोकल सर्विस टैक्स या वैट भी लगेगा, जिससे हर शहर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर अलग-अलग असर पड़ेगा। देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम 2.83 रुपये बढ़ेंगे, जिससे यह 74.10 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगे। मुंबई में अब पेट्रोल की कीमत 81.57 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी। अभी यहां पर पेट्रोल 78.61 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है।
जून के बाद से यह पेट्रोल की कीमत में यह छठी बढ़ोतरी है। वैट को अलग रखा जाए तो पेट्रोल तब से लेकर 9.17 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। इससे पहले तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दामों में 1 जून को 75 पैसे, 16 जून को 2 रुपये, 29 जून को 1.82 रुपये, 15 जुलाई को 1.55 रुपये और 1 अगस्त को 70 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी।
इसी तरह से डीजल का दाम भी 50 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया गया। 17 जनवरी के बाद से डीजल की कीमतों में यह आठवीं बढ़ोतरी है। गौरतलब है कि सरकार ने इस साल जनवरी में तेल कंपनियों को आजादी दी थी कि वे घाटे को काम करने के लिए हर महीने थोड़ा-थोड़ा करके डीजल की कीमत बढ़ा सकती हैं। इसके साथ ही दिल्ली में डीजल 57 पैसे मंहगा हकर 51.97 रुपये प्रति लीटर हो गया है, जबकि मुंबई में इसकी कीमत 58.86 रुपये हो जाएगी।
इस साल रुपये में 20 पर्सेंट की गिरावट दर्ज की गई है। काफी कोशिशों के बावजूद इसकी हालात में खासा सुधार होता नहीं दिख रहा। अमेरिकन डॉलर के मुकाबले रुपया जितना कमजोर होता जाएगा, पब्लिक सेक्टर की ऑइल कंपनियों को डीजल, पीडीएस के तहत दिए जाने वाले मिट्टी के तेल और एलपीजी पर ज्यादा घाटा होगा। डॉलर के मुकाबले रुपया अगर एक रुपया भी कमजोर होता है, तो ऑइल कंपनियों पर सालाना 7,900 करोड़ रुपये की सब्सिडी का बोझ पड़ता है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेटर लिखकर आग्रह किया था कि इन कंपनियों को होने वाले 1,80,000 करोड़ रुपये के अनुमानित नुकसान की भरपाई के लिए कदम उठाए जाएं। पेट्रोलियम मंत्री ने इससे पहले शुक्रवार को फाइनैंस मिनिस्टर पी. चिदंबरम से भी मुलाकात की थी। ऐसे में तेल कंपनियों के घाटे को कम करने के मकसद से ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा किया गया है।