नई दिल्ली।। गौतमबुद्ध नगर की एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंशन के पीछे रेत माफिया का हाथ है इसका एक और पुख्ता सबूत मिला है। ग्रेटर नोएडा में समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और यूपी एग्रो के चेयरमैन नरेंद्र भाटी ने दावा किया था कि उन्होंने मुख्यमंत्री से बात करके 41 मिनट में दुर्गा शक्ति को सस्पेंड करवा दिया था। उनके भाई कैलाश भाटी ने इस दावे को और पुख्ता कर दिया है। कैलाश के मुताबिक, हमने दुर्गा की शिकायत सीधे मुख्यमंत्री से की थी। दुर्गा ने उनकी रेत से भरी कई गाड़ियां और डंपर थाने में बंद करवा दिए थे। यही नहीं कैलाश भाटी ने कहा कि दुर्गा का सस्पेंशन पार्टी के लिए सियासी फायदे का सौदा साबित होगा। कैलाश भाटी ग्रेटर नोएडा में एसपी सीनियर नेता हैं।
टीवी चैनल ‘आज तक’ के एक स्टिंग ऑपरेशन में कैलाश भाटी का यह सच सामने आया है। चैनल के खुफिया कैमरे के सामने कैलाश भाटी का ‘कबूलनामा’ चौंकाने वाला है। कैलाश ने कहा कि कई नेताओं ने दुर्गा शक्ति की शिकायत सीधे अखिलेश यादव से की थी, क्योंकि दुर्गा रेत माफिया पर नकेल कस रही थीं। वह उनके धंधे को चौपट करने पर तूली हुई थीं। रेत से भरी कई गाड़ियां और डंपर थाने में बंद करवा दिए थे। कैलाश भाटी दुर्गा के सस्पेंशन को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि सरकार अब सस्पेंशन पर इसलिए अड़ी है, क्योंकि कहीं ना कहीं उसे सियासी फायदा हो रहा है। कैलाश भाटी इन बायनों से स्पष्ट होता है कि मस्जिद की दीवार का बहाना बानकर यूपी सरकार ने रेत माफिया को फायदा दिलाने के लिए दुर्गा को सस्पेंड किया है।
इसके अलावा आज तक की टीम ग्रेटर नोएडा के रहबापुर थाने भी पहुंची। कादिलपुर गांव इसी थाना क्षेत्र के अंतगर्त आता है। रहबापुर थाने की पुलिस डायरी को खुफिया कैमरे में चैनल की टीम ने कैद कर लिया। थाने की डायरी से जाहिर होता है कि दीवार गिराने वाले दिन यानी 27 जुलाई को थाने से 2 सिपाही फिरोज और विनय कुमार यादव मौके पर गए थे। फिरोज और यादव ने मौके से लौटकर डायरी में जो ब्योरा लिखा, उसमें कहीं भी ये नहीं लिखा था कि दीवार गिरने के बाद गांव में कोई तनाव था।