सहारनपुर जिले का एक सपूत रविवार रात श्रीनगर में सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले में शहीद हो गया।
गंगोह क्षेत्र के गांव जेहरा निवासी परविंदर सीआरपीएफ में श्रीनगर में तैनात थे। उनकी मौत की सूचना आते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
क्षेत्र के विधायक प्रदीप चौधरी सहित अन्य लोगों ने गांव पहुंचकर शहीद के परिवार को सांत्वना दी।
गांव जेहरा निवासी मेजपाल के बेटे परविंदर वर्ष 2004 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। रविवार देर रात परविंदर के साथी प्रदीप ने श्रीनगर से फोन कर उनके परिजनों को शहादत की सूचना दी।
परिजनों के अनुसार, प्रदीप ने बताया कि रविवार रात कुछ आतंकियों ने सीआरपीएफ कैंप पर गोलियां चलाईं। इस दौरान आतंकियों का मुकाबला करते हुए परविंदर शहीद हो गया।
परविंदर की शहादत की सूचना मिलते ही परिवार में सदमे में आ गया। रिश्तेदार भी गांव में पीड़ित परिवार को ढांढस बधाने पहुंचने लगे।
छह साल का एक बेटा
परिजनों के अनुसार, परविंदर की शादी 1998 में गांव ढकदेई निवासी डिंपल के साथ हुई थी और उनका छह साल का एक बेटा भी है।
परविंदर का बड़ा भाई अरविंद यूपी पुलिस में कांस्टेबल है, जबकि छोटा भाई प्रदीप गांव में ही खेती-बाड़ी संभालता है। देर शाम तक परिजन परविंदर के पार्थिव शरीर के आने का इंतजार करते रहे।
गौरतलब है कि वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान गांव का ही एक और जांबाज बेटा राजेश बैरागी भी दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए शहीद हो गया था।