मुंबई, एजेंसी : बोल्ड और इंटिमेट सींस की मल्लिका पूनम पांडे की फिल्म `नशा` रिलीज हो गई। लेकिन फिल्म देखने के बाद यह तय कर पाना मुश्किल है कि आखिर इस फिल्म में ऐसा क्या है जिसे देखकर आपको नशा हो। फिल्म देखकर लगता है कि पूनम पांडे के बोल्ड और इंटिमेट सींस की खुमारी दर्शकों के जेहन से जल्द ही उतर जाएगी। फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसकी तारीफ की जाए।
फिल्म का सबसे कमजोर पक्ष है इसकी स्क्रिप्ट। फिल्म कहां से शुरू हुई और कहा जा रही है इसका पता ही नहीं चलता है। कमजोर स्क्रिप्ट होने की वजह से फिल्म का डायरेक्शन भी फीका पड़ गया है। अगर बोल्ड फिल्मों का इतना ही बॉलीवुड में बोलबाला होता तो सनी लियोन की जिस्म-2 बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह नहीं गिरी होती। पूनम के जो फैंस उनकी फिल्म नशा देखने के लिए बेताब हैं उन्हें फिल्म देखकर निश्चित तौर पर निराशा ही हासिल होगी।
नशा फिल्म एक 18 वर्षीय लड़के की कहानी है जो कि 25 साल की लड़की से प्यार करने लगता है। वह लड़का प्यार तो करता है लेकिन इस लड़की को पा नहीं सकता क्योंकि वो लड़की पहले से ही किसी और से प्यार करती है। फिर लड़के का प्यार दीवानापन बन जाता है और वो लडकी के और करीब आने लगता है। इस दौरान दोनों के बीच जिस्मानी संबंध भी बन जाते हैं। और इसके बाद ही फिल्म की कहानी में नया मोड़ आता है।
फिल्म की कहानी बहुत ही पुराने और घिसे पिटे फॉर्मूले पर आधारित है। फिल्म का कोई भी किरदार प्रभाव नहीं छोड़ पाया है। पूनम पांडे ने शिवम के साथ कई सारे इंटिमेट सीन्स दिये हैं। फिल्म में कई किसिंग सीन्स भी हैं।
पूनम पांडे और बाकी कलाकारों की एक्टिंग समझ में नहीं आती। ऐक्टिंग के दौरान चेहरे के हाव-भाव की बात तो छोड़िए पूनम अपने डॉयलाग भी ठीक से नहीं बोल पाई है। कई बार ऐसा लगता है कि फिल्म एक फिल्म ना होकर डॉक्यूमेंट्री है। लेकिन फिर भी आप पूनम के फिल्म को देखना ही चाहते हैं तो एक बार देख सकते हैं।