उत्तर प्रदेश विकलांगों की बैकलॉग भर्ती के मामले में अनियिमितता बरतने पर पांच अधिकारियों पर गाज गिरेगी। नगर विकास मंत्री आजम खां ने पांचों को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं।
देर शाम सर्किट हाउस में उन्होंने मौके पर ही अपने निजी सचिव को सभी अधिकारियों के निलंबन के ऑडर्र तत्काल जारी करने को कहा है।
जिन अफसरों पर गाज गिरी है, उनमें उपनगरायुक्त वीरेंद्र शुक्ला, नगर स्वास्थ्य अधिकारी राजबीर सिंह,� मुख्य लेखा परीक्षक सच्चिदानंद त्रिपाठी, एएसडीएम रामगोपाल और वित्त नियंत्रक मोइनुद्दीन शामिल हैं।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। सपा के पार्षदों ने विकलांग कोटे की भर्ती में भारी अनियमितता का आरोप लगाया था।
नगर विकास मंत्री आजम खां अपने रात्रि प्रवास के लिए देर शाम सर्किट हाउस पहुंचे। इस दौरान नगरायुक्त अब्दुल समद भी सर्किट हाउस पहुंचे। इसी समय पार्षद नरेंद्र यादव, जाहिद अंसारी सहित कुछ सपा नेता भी वहां पहुंच गए।यहां पर पार्षद जाहिद अंसारी ने शिकायत की कि विकलांग कोटे की बैकलाग भर्तियों में हुई 18 नियुक्तियों में भारी अनियमितता बरती गई है। पिछले महीने हुई प्रक्रिया में भर्ती हुए लोगों को 17 जुलाई को नियुक्ति दी गई थी।
भर्ती होने वालों में से कई विकलांग ही नहीं हैं। इस पर आजम खां काफी नाराज हुए और उन्होंने नगरायुक्त से भी इस बारे में पूछताछ की। इससे नाराज आजम खां ने पांच अधिकारियों को सस्पैंड करने के निर्देश दिए।
उन्होंने अपने निजी सचिव से कहा कि तत्काल प्रभाव से इनके निलंबन के आदेश जारी कर दिए जाएं।