परिजन ने मुआवजा ठुकराया

पश्चिमी दिल्ली : डीटीसी चालक अशोक कुमार की हत्या के विरोध में कई बस डिपो के कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का एलान किया है। कर्मचारियों ने परिवहन मंत्री के पांच लाख रुपये के मुआवजे को ठुकराते हुए कहा कि एक करोड़ रुपये से कम का मुआवजा उन्हें स्वीकार नहीं है। कर्मचारियों ने मांग की कि रोडरेज के आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। मृतक की पत्नी को 60 साल की उम्र तक उसके पति की तनख्वाह दी जाए। कर्मचारियों ने चालक के बेटे को नौकरी देने की भी मांग की। उन्होंने प्रत्येक बस में एक कांस्टेबल की तैनाती की भी मांग उठाई। कर्मचारियों ने अधिकारियों पर उनका शोषण करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक उनकी सभी मांगें नहीं मानी जाती वे हड़ताल पर रहेंगे।
हत्या के विरोध में नांगलोई, पीरागढ़ी, रोहिणी फर्स्ट, रोहिणी थर्ड, सुभाष पैलेस, वजीरपुर, केशोपुर सहित कई अन्य डिपो के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण 800 बसों के पहिये जाम रहे। रोहिणी थर्ड डिपो के चालक राजबीर दहिया ने बताया कि पंद्रह दिन पहले पीतमपुरा के पास बदमाश एक कंडक्टर का बैग लेकर भाग गए। इसकी शिकायत हर जगह की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नांगलोई डिपो के कर्मी धर्मवीर ने बताया कि कई ऐसे इलाके हैं जहां लोग गुंडागर्दी करते हैं। बिना स्टैंड के बस रोकने को कहते हैं। न रोकने पर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।