
इस्लामाबाद। भ्रष्टाचार के मामलों के फिर से खुलने और सुरक्षा खतरों के डर से राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी कार्यकाल पूरा होने पर पाकिस्तान छोड़ सकते हैं। उनका कार्यकाल 8 सितंबर को पूरा हो रहा है।
डॉन अखबार ने जरदारी के करीबी सूत्रों के हवाले से कहा है कि राष्ट्रपति को उनके नजदीकी दोस्तों ने ‘जीवन को गंभीर खतरा’ बताकर देश छोड़ने की सलाह दी है। दूसरा ‘मुख्य कारण’ देश में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के लंबित मामले हैं, जिसके कारण वह देश छोड़ने को मजबूर हो सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट में पहले ही जरदारी के खिलाफ स्विट्जरलैंड में भ्रष्टाचार के मामलों को फिर से खोलने की सुनवाई हो चुकी है। जरदारी के कानूनी सहायक यह अच्छी तरह जानते हैं कि कार्यकाल पूरा होने पर वह राष्ट्रपति पद के सभी अधिकारों से वंचित हो जाएंगे। हाल में ही कराची में जरदारी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी बिलाल शेख की हत्या को उनके और परिवार के लिए सतर्क रहने के संदेश के रूप में देखा जा रहा है। इसके पहले 2008 और 2011 में भी उनके सुरक्षा अधिकारियों की हत्या हो चुकी है।
इन घटनाओं के कारण पिछले पांच वर्षो के दौरान उनकी सार्वजनिक उपस्थिति भी बेहद कम रही। अब वह अपने बंकर में ही रहना ज्यादा पसंद करते हैं। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं शीर्ष वकील ऐतजाज अहसान ने बताया कि संविधान के तहत प्रदत्त राष्ट्रपति के अधिकार उस व्यक्ति के लिए तभी तक हैं, जब तक वह उस पद पर है। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि राष्ट्रपति पद से हटने के बाद जरदारी अनिश्चितकाल के लिए दूसरे देश में प्रवास कर सकते हैं और वहीं से अपनी पार्टी पीपीपी का संचालन कर सकते हैं। जरदारी पहले ही कह चुके हैं कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में उनके लड़ने की कोई योजना नहीं है। गत 11 मई को देश के आम चुनाव में उनकी पार्टी की बड़ी हार हुई थी और सत्ता का केंद्र नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन बनी।