एक सीडी भी सामने आई है, जिसमें वह कथित तौर पर आपत्तिजनक हालत में दिख रहे हैं। 79 वर्षीय राघवजी ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंप दिया है।
इस पर प्रतिक्रिया मांगने पर उन्होंने कहा, ‘मुझसे मुख्यमंत्री ने इस्तीफा मांगा था और मैंने ऐसा ही किया। उन्होंने कहा कि वह कहीं जा रहे हैं और इस पर लौटकर बातचीत करेंगे।’
यह पूछने पर कि इस्तीफे की वजह क्या है, तो राघवजी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने त्यागपत्र मांगा और मैंने दे दिया। नौकर की ओर से लगे आरोपों पर उन्होंने कहा, ‘ऐसा कुछ भी नहीं है। अगर ऐसा कोई आरोप लगाया गया है, तो यह पूरी तरह गलत है।’
राघवजी ने 2004 से 2013 के बीच लगातार दस साल राज्य का बजट पेश करने का रिकॉर्ड बनाया है। मुख्यमंत्री चौहान ने जल संसाधन मंत्री जयंत मलैया को वित्त मंत्रालय का जिम्मा सौंपा है।
इस पूरे मामले पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मुकेश नायक ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘ऐसा कहा जा रहा है कि 80 साल का होने की वजह से राघवजी से इस्तीफा लिया गया है। भाजपा को चुनाव से चार महीने पहले पता लगा कि वह बूढ़े हो गए हैं। और जिस तरह का इल्जाम उन पर लगा है, उससे तो नहीं लगता कि वह बूढ़े हो गए हैं।’
राघव जी मध्यप्रदेश में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में से हैं।�2004 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद प्रदेश में तीन मुख्यमंत्री उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान बदल चुके हैं, लेकिन सभी के कार्यकाल में वित्त मंत्रालय राघव जी ने ही संभाला।
वे फिलहाल विदिशा से विधायक हैं और चार बार विधायक रह चुके हैं। वे लोकसभा और राज्य सभा के सदस्य भी रह चुके हैं।