देश भर में गर्भवती महिलाओं को शुरुआत से ही मुफ्त चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाएगी। साथ ही उनके लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी की जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को यह घोषणा की।
जनानी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) स्कीम के तहत गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी से पहले और बाद में मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महिलाएं डिलीवरी के 45 दिन बाद तक भी सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों से मुफ्त में परामर्श ले सकती हैं। इसके अलावा नवजात शिशु का इलाज भी एक वर्ष तक मुफ्त में किया जाएगा।
आजाद ने आगे बताया कि 16 या उससे ज्यादा उम्र के युवाओं को खून की कमी से होने वाली बीमारी से बचाने के लिए हर हफ्ते आयरन और फोलिक एसिड के सप्लीमेंट्स दिए जाएंगे।
इस साल फरवरी में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ‘राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम’ शुरू किया था, जिसके तहत पहली से 12 कक्षा तक पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को मुफ्त मेडिकल केयर और टेस्ट आदि की सुविधा दी गई है।
उन्होंने बताया कि इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो पर विशेष कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
डॉक्टरों के ग्रामीण क्षेत्र में पोस्टिंग न लेने की समस्या पर आजाद ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय एमबीबीएस छात्रों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में इंटर्नशिप की शुरुआत करने पर विचार कर रहा है।
इसके अलावा जो लोग ग्रामीण क्षेत्र में पोस्टिंग लेंगे, उन्हें राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 20 हजार रुपये के अतिरिक्त लाभ दिए जाएंगे।