करोड़पति से लेकर आम आदमी तक अपने रुपये पैसों को चोरों से बचाने के लिए तिजोरी और आलमारी में ताले लगाते हैं।
इतना ही नहीं ताला लगाने के बाद उसे खींचकर तसल्ली कर लेते हैं कि ताला अच्छी तरह से लग गया है या नहीं। लेकिन भारत में ही एक ऐसा बैंक है जहां कभी ताला नहीं लगता है।
बैंक का मानना है कि इनके बैंक की सुरक्षा स्वयं शनिदेव करते हैं और जिसके शनि हों रक्षक उसे फिर चोर और लुटेरों से डरने की क्या है जरूरत।
इस बैंक का नाम है यूनाइटेड कमर्शियल बैंक। यह दुनिया का पहला ऐसा बैंक हो सकता है जहां कभी ताला नहीं लगाया जाता है। यह बैंक महाराष्ट्र के शिंगणापुर में स्थित है।
शिंगणापुर को शनिधाम के नाम से जाना जाता है। माना जाता है कि जिस प्रकार महाकालेश्वर उज्जैन के राजा हैं उसी प्रकार शनि देव शिंगणापुर के शासक हैं।
शिंगणापुर गांव में लगभग तीन हजार की आबादी है। इस गांव में रहने वाले धनवान लोग भी अपने घरों में ताला नहीं लगाते हैं। इन्हें घर से कीमती सामान चोरी होने का कोई डर नहीं है।
आपको जानकर ताज्जुब होगा कि इस गांव में लोग पेटी, बक्सा या अटैची में बंद करके धन नहीं रखते हैं। धन को पोटली में बांधकर निश्चिंत होकर कहीं भी रख देते हैं।
यहां के लोगों का मानना है कि जब भी किसी ने इस गांव में चोरी करने की कोशिश की है शनिदेव उसे स्वयं दंड देते हैं।
शिंगणापुर में काले रंग का एक विग्रह है जिसे शनिदेव माना जाता है। आठ जून को शनिदेव का जन्मदिवस है। इस दिन यहां करोड़ों भक्त पहुंचेंगे और शनिदेव के विग्रह की पूजा और दर्शन का लाभ प्राप्त करेंगे।
यहां आलम ये है कि बाहर से आने वाले भक्त भी अपने वाहनों में ताला नहीं लगाते हैं क्योंकि शनिदेव को बंधन पसंद नहीं है।
शनिदेव के विग्रह के पास एक नीम का पेड़ है। जब भी इसकी शाखा विग्रह पर छाया करने लगती है तब किसी न किसी कारण से छाया करने वाली शाखा सूख अथवा टूटकर गिर जाती है।
यहां शनिदेव खुले आसमान में विराजते हैं इन्हें मंदिर की चारदीवारी में रहना पसंद नहीं है। जिस किसी ने इनका मंदिर बनाने अथवा इन्हें छाया हेतु छत्र चढ़ाने का प्रयास किया उसे शनि के कोप का सामना करना पड़ा।