नई दिल्ली।। अब करीब-करीब यह तय हो चुका है कि बीजेपी और जेडी (यू) अलायंस टूट चुका है, बस उसकी घोषणा बाकी है। लगता है बीजेपी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएम का उम्मीदवार घोषित न करने के जेडी (यू) की अंतिम मांग पर भी विचार नहीं करने का मन बना लिया है। हालांकि, इसकी अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन बिहार बीजेपी की ऐक्टिविटी को देखकर कुछ ऐसा ही लग रहा है। गुरुवार की शाम अचानक बिहार बीजेपी की बैठक बुलाई गई। बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने सारे सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए। उन्होंने सरकारी फाइलों पर दस्तख्त करने से इनकार कर दिया है। साथ पार्टी के पार्टी के सभी विधायकों को पटना आने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि 15 जून को जेडी (यू) विधायक दल की पटना में बैठक होनी है। सूत्रों की मानें तो इसी बैठक बाद नीतीश कुमार बीजेपी से गठबंधन तोड़ने की घोषणा कर सकते हैं।
इसके पहले गुरुवार को दिन में बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी और मुख्तार अब्बास नकवी दिल्ली में जेडी (यू) अध्यक्ष शरद यादव से मिले। इस मुलाकात के बाद भी दोनों पार्टियों की ओर से कुछ साफ नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि जेडी (यू) ने प्रधानमंत्री उम्मीदवार को लेकर आश्वासन मांगा है। जेडी(यू) चाहता है कि बीजेपी किसी सेक्युलर छवि वाले को ही पीएम का उम्मीदवार घोषित करे।
मुलाकात खत्म होने के बाद शरद यादव ने सिर्फ इतना कहा कि एनडीए अभी बरकरार है और हमारी कोशिश है कि बिगड़ी बात बन जाए। उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा कुछ भी मैं पार्टी की मीटिंग के बाद बोलूंगा। इससे पहले बुधवार शाम को लालकृष्ण आडवाणी ने भी शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की थी।