नई दिल्ली।। करीब-करीब टूट चुके बीजेपी और जेडी(यू) अलायंस को बचाने की आखिरी कोशिश जारी है। बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी और मुख्तार अब्बास नकवी दिल्ली में जेडी (यू) अध्यक्ष शरद यादव से मिलने पहुंचे। इस मुलाकात के बाद भी दोनों पार्टियों की ओर से कुछ साफ नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि जेडी(यू) ने प्रधानमंत्री उम्मीदवार को लेकर आश्वासन मांगा है। जेडी(यू) चाहता है कि बीजेपी किसी सेक्युलर छवि वाले को ही पीएम का उम्मीदवार घोषित करे।
साफ है कि जेडी(यू) ने गठबंधन में बने रहने के लिए शर्त रखी है कि बीजेपी गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएम का उम्मीदवार घोषित न करे। अभी इस मसले पर बीजेपी की ओर से कुछ भी नहीं कहा गया है और जिस तरह से हाल के दिनों में पार्टी आगे बढ़ी है, उससे इसकी संभावना भी कम लगती है कि बीजेपी, जेडी(यू) की शर्त को मानेगी। इसके बावजूद बीजेपी जनता के बीच यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि गठबंधन तोड़ने की पहल उसने नहीं की है।
मुलाकात खत्म होने के बाद शरद यादव ने सिर्फ इतना कहा कि एनडीए अभी बरकरार है और हमारी कोशिश है कि बिगड़ी बात बन जाए। उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा कुछ भी मैं पार्टी की मीटिंग के बाद बोलूंगा। इससे पहले बुधवार शाम को लालकृष्ण आडवाणी ने भी शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की थी।
गठबंधन को लेकर बीजेपी जहां संभल-संभलकर चल रही है, वहीं जेडी(यू) में नीतीश कुमार के नजदीकी नेता कह रहे हैं कि गठबंधन टूट चुका है और केवल औपचापरिक ऐलान बाकी है। शरद यादव और नीतीश कुमार ने इस मसले पर अभी तक कुछ नहीं कहा है। लेकिन, नीतीश कुमार ने अपने सभी विधायकों को 15 जून को पटना में तलब कर इस चर्चा को मजबूत कर दिया है कि एक-दो दिनों में गठबंधन टूटने का औपचारिक ऐलान कर दिया है। बीजेपी भी कोर ग्रुप की बैठक के बाद साफ कर चुकी है कि वह अंतिम सांस तक गठबंधन को मजबूती प्रदान करती रहेगी, इसे आगे ले जाने में अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेगी।