प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना हिटलर से करने और हिटलर की मौत मरने वाले बयान के बाद कांग्रेस नेता और अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध कांत सहाय समाज में अलग-थलग पड़ते जा रहे हैं क्या समाज के बुद्धिजीवियों और नेताओं ने उनके इस बयान कि ना सिर्फ घोषणा की है बल्कि उससे खुद को अलग कर लिया है
नेशनल कायस्थ एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय संयोजक अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शान में की गई यह टिप्पणी पूर्णतया अमर्यादित है और मैं इसकी पूरी तरह भर्तसना करता हूं और खासकर मैं सुबोध कांत सहाय सा जिनको में एक महान व्यक्तित्व मानता था आज से पूर्णतया मैं उनको disown करता हूं
वहीं ABKM 2150 के राष्ट्रीय संयोजक मनीष श्रीवास्तव ने भी सुबोध कांत सहाय के बयान को गलत बताते हुए जल्द ही उनका पुतला जलाने की भी घोषणा की है मनीष ने एनसीआर खबर को बताया कि वह इस बारे में सारी जानकारी जल्द ही घोषित करेंगे
सोशल मीडिया पर एक्टिव कायस्थ चिंतक राज किशोर सिन्हा ने सुबोध कांत सहाय की इस टिप्पणी को अमर्यादित और अशोभनीय बताया है और कहा है कि इस तरह की टिप्पणी किसी भी दशा में स्वीकार नहीं की जा सकती है
वही कायस्थ खबर के प्रबंध निदेशक आशु भटनागर ने भी इस मामले पर कहा कि किसी की भी मृत्यु की कामना करने वाला कायस्थ नेता तो क्या कैसा भी नेता नही हो सकता है, सुबोध कांत सहाय को अपने बयानों के लिए माफी मांगनी चाहिए और तब तक उनको सभी कायस्थ कार्यक्रम से दूर रखना चाहिए । कायस्थ समाज ऐसे बयानों और नेताओ की निंदा करता है
नोएडा में भाजपा सोशल मीडिया कन्वेयर शिवांश श्रीवास्तव ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुबोध कांत सहाय जैसे व्यक्ति का देश के नेता नहीं हो सकते जो प्रधान सेवक के लिए ऐसे विचार रखे ऐसे का कोई सम्मान नहीं है सिर्फ इनकी मानसिक विकृति को दर्शाता है
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा दिल्ली प्रदेश संयोजक मनोज श्रीवास्तव ने 20 की निंदा करते हुए कहा इस तरीके की मानसिकता सभ्य समाज की तो नहीं हो सकती राजनीति का पतन हो चुका है
गौतम बुध नगर कायस्थ महासभा के महासचिव अंबुज सक्सेना ने सुबोध कांत सहाय के बयान को घटिया बताते हुए आने वाली 24 तारीख को उनके ए बी के एम के राष्ट्रीय कार्यक्रम में मौजूद रहने वाले भाजपा नेता आरके सिन्हा पर निशाना साधा है और उनसे पूछा है कि क्या वह सुबोध कांत सहाय के बयान का समर्थन करते हैं और क्या वह 24 तारीख को अपने स्कूल में होने वाले फंक्शन में उनके साथ मंच साझा करके समाज को इस संदेश देंगे कि वह उनके इस घटिया बयान के साथ हैं आपको बता दें कि अखिल भारतीय कायस्थ महासभा का तीन दिवसीय अधिवेशन देहरादून में होने जा रहा है जिसमें दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल सक्सेना और उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री डॉ अरुण सक्सेना के पहुंचने की बातें कही जा रही है इस कार्यक्रम का आयोजन भाजपा के ही पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा कर रहे हैं ऐसे में सुबोध कांत सहाय के बयान के बाद इन तीनों भाजपा नेताओं पर सवाल उठने शुरू हो गए है