नई दिल्ली / देहरादून ।। उत्तराखंड में आई भीषण आपदा में फंसे लोगों को बचाने का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। गांवों में खाना और पानी की किल्लत से जूझते लोगों के पास कोई मदद नहीं पहुंच पा रही है। महामारी फैलने का खतरा अलग मुंह बाए खड़ा है। इन सबके बावजूद राजनीतिक दलों के बीच न केवल आरोप-प्रत्यारोप जारी है बल्कि तरह-तरह की अफवाहों को भी हवा दी जा रही है। ऐसी ही एक अफवाह आजकल उत्तराखंड के राजनीतिक हलकों में छाई हुई है। वह यह कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पीड़ितों की मदद के लिए नहीं बल्कि अपनी मां की सुध लेने आए थे।
उत्तराखंड के राजनीतिक गलियारों से लेकर गली-नुक्कड़ों तक यह बात हो रही है कि जब मोदी यहां आए तो उन्होंने एक बुजुर्ग महिला के पैर छुए थे और उन्हें शॉल भी ओढ़ाया था। अब कहा जा रहा है कि वह महिला मोदी की मां थीं। कोई भी इस स्थिति में नहीं है कि इस चर्चा के सच होने की पुष्टि कर सके, मगर इसके बावजूद कांग्रेस के कुछ नेताओं ने इस अफवाह को काफी गंभीरता से लिया है। वे बात की जड़ तक जाने के लिए उस महिला को खोजने में जुट गए हैं।
उत्तराखंड सरकार में मंत्री दिनेश अग्रवाल के मुताबिक, ‘राज्य में यह चर्चा चल रही है। मुझे भी ऐसा सुनने में आया है, पर कन्फर्म नहीं है। यह पक्का है कि उन्होंने एक महिला के पैर छुए थे। बाकी हम पता करेंगे।’ कांग्रेस नेताओं का मानना है कि अगर यह चर्चा सही निकली कि वह महिला मोदी की मां थीं तो साफ हो जाएगा कि मोदी को आम लोगों की परवाह नहीं थी बल्कि वह अपनी मां के लिए ही यहां आए थे। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले हुई एक मीटिंग में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से कहा गया कि वह भी अपने स्तर से इसका पता लगाएं।
हालांकि बीजेपी नेता इसे बकवास बता रहे हैं। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय नेता होने के नाते मोदी का फर्ज था कि वह आपदा पीडि़तों से मिलने जाएं। कांग्रेस के लोग बचकानी हरकतें कर रहे हैं। कुछ भी बोलने से पहले उन्हें सोचना चाहिए। अगर ऐसा हो तो फिर वह बताएं कि राहुल गांधी वहां क्यों गए। जोशी ने कहा कि यह वक्त इस तरह की बातें करने का नहीं है।