राज्यसभा के लिए दाखिल किए गए नामांकन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जो विवरण दिया है उसके मुताबिक छह साल में उनकी उम्र 74 साल से बढ़कर 82 साल हो गई है।
पीएम के द्वारा नामांकन के लिए 10 मई 2013 को साइन किए गए एफिडेविट के अनुसार उनकी उम्र 82 साल होती है।
वहीं, पिछली बार 7 मई 2007 को भरे गए नामांकन में दी गई जानकारी के मुताबिक उस समय उनकी उम्र 74 साल थी। इस तरह पीएम की उम्र इस समय लगभग 80 साल होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने बुधवार को राज्यसभा में अपने पांचवें कार्यकाल के लिए असम से नामांकन पत्र भरा था।
सरकारी वेबसाइट के मुताबिक भी गलत
सरकारी वेबसाइट pmindia.nic.in पर पीएम के प्रोफाइल में उनकी जन्म तिथि 26 सितंबर 1932 बताई गई है।
इस संबंध में असम विधानसभा सचिव गौरांग प्रसाद दास का कहना है कि हम 21 मई को दस्तावेजों की जांच करेंगे और नियमों के अनुसार कदम उठायेंगे।
नहीं पड़ेगा चुनाव पर असर
असम के पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत का कहना है उम्र में गड़बड़ी जांच का विषय हो सकता है पर इसका पीएम के राज्यसभा चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि यह घटना प्रधानमंत्री या उनका फॉर्म भरने वाले की लापरवाही को दर्शाता है।
वहीं, वरिष्ठ अधिवक्ता नेकीबुर जमान का कहना है कि उम्र में गड़बड़ी होना पीपल रिप्रेजेन्टेंशन एक्ट की भावना के प्रतिकूल है। नियमों के अनुसार नामांकन करने वाला कोई भी व्यक्ति अपने विषय में गलत जानकारी नहीं दे सकता।