आईपीएल में जैसे-जैसे फिक्सिंग की जांच की आंच तेज हो रही है इसकी जद में ऊंचे ओहदे पर बैठे लोग भी आते जा रहे हैं।
मुंबई पुलिस के संयुक्त सचिव (अपराध) हिमांशु राय ने पहलवान दारा सिंह के अभिनेता बेटे विंदू को लेकर कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
पुलिस को यह भी पता चला है कि विंदू का एक सट्टेबाजी अकाउंट जैक नाम से है और वह कई हाई प्रोफाइल लोगों की तरफ से भी सट्टा लगाता रहा है। बदले में उसे कमीशन मिलता है।
राय ने बताया कि विंदू इस साल सट्टेबाजी जैसी प्रतिबंधित गतिविधि से 17 लाख रुपये कमा चुका है। उसने पुलिस के दो वांछित बुकीज को भी भारत से भागने में मदद की।
मुंबई पुलिस के सूत्रों के अनुसार विंदू ने पूछताछ में बताया है कि वह पांच-छह साल पहले एक फिल्म निर्माण के सिलसिले में बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद और चेन्नई सुपर किंग्स के सीईओ गुरुनाथ मैयप्पन के संपर्क में आया था।
उनकी पहली मुलाकात क्रिकेटरों के लिए दी गई एक पार्टी में हुई थी। तब से दोनों लगातार मिलते रहे या फोन पर बात करते हैं। विंदू ने यह भी दावा किया कि मैयप्पन को क्रिकेट के बारे में कुछ खास समझ नहीं थी।
हिमांशु राय के अनुसार विंदू ने फिक्सिंग कांड का खुलासा होने के बाद 17 मई को दो बुकीज पवन जयपुर और संजय जयपुर को मुंबई से दुबई फरार कराया।
एक अन्य अधिकारी के अनुसार पवन और संजय 16 मई को मुंबई पहुंचे थे और विंदू की मदद से जुहू के एक बड़ी होटल में ठहरे थे। अगले दिन विंदू ने उन्हें खुद अपनी कार से दुबई जाने के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर छोड़ा।
पुलिस को विंदू के घर पर छापे के दौरान पवन के तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और विंदू का एक आईपैड मिला है। इनकी जांच की जा रही है।
वहीं दिल्ली पुलिस ने एक अहम खुलासे में कहा कि आईपीएल क्रिकेटर अजीत चंदीला को अलग-अलग बुकीज ने इस सत्र में स्पॉट फिक्सिंग के लिए कम से कम 49 लाख रुपये दिए थे।
इसमें से 15 लाख रुपये 17 मई को हैदराबाद में सनराइजर्स के साथ राजस्थान रॉयल्स के मुकाबले के लिए दिए गए थे, लेकिन वह पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।