शाइनिंग सनग्लासेज

NCR Khabar News Desk
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27_05_2013-27may13f5सनग्लासेज सिर्फ फैशनेबल एक्सेसरी नहीं है। आंखों की सुरक्षा के लिहाज से इनका इस्तेमाल है बेहद जरूरी। नंगी आंखों से सूरज की ओर देखते हैं तो पराबैंगनी किरणों के विकिरण से उत्पन्न अतिरिक्त ऊर्जा के कारण तकलीफ होती है। इससे राहत का सबब हैं पोलराइज्ड एंटी ग्लेयर सनग्लासेज। ये सुरक्षा परत की तरह काम करते हैं। इनके लेंस में मौजूद छोटी-छोटी हॉरीजेंटल स्ट्राइप्स उस चमक को बीच में रोक देती हैं, जो सतह से टकराकर परावर्तित होती हैं। वहीं फोटोक्रोमिक लेंस में सिल्वर क्लोराइड या सिल्वर हैलाइड यौगिक होता है। जब पराबैगनी किरणें उससे टकराती हैं तो एक विशेष प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है। यही वजह है कि धूप में आने पर फोटोक्रोमिक लेंस का रंग गहरा हो जाता है। लेंस के बाद अब बारी आती है फैशन की। आजकल ड्रेस की मैचिंग के सनग्लासेज हैं युवाओं की पसंद। उनका चयन चेहरे के आकार के अनुसार करना चाहिए। पतले और स्ट्रेट चेहरे पर छोटे सनग्लासेज फबते हैं, जबकि बड़े चेहरे पर चौड़े सनग्लासेज भाते हैं। वहींगोरे रंग के लोगों पर गहरे शेड्स के सनग्लासेज जंचते हैं, जबकि गहरी रंगत पर गहरे शेड्स को छोड़कर किसी भी कलर के सनग्लासेज खूबसूरत लगते हैं।

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