लखनऊ। सपा ने परशुराम जयंती पर ब्राह्मण समाज को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ब्राह्मणों के खिलाफ एससी, एसटी एक्ट के तहत दर्ज झूठे मुकदमे वापस लेने, एक माह के अंदर संस्कृत शिक्षकों की दिक्कतें दूर करने और परशुराम के जन्मस्थल जलालाबाद (शाहजहांपुर) को पयर्टनस्थल बनाने की घोषणा की गई।
परशुराम जंयती पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर आयोजित जलसे की शुरुआत में ही ब्राह्मण समाज के नुमाइंदों ने समाज की दिक्कतें गिनाई और उन्हें दूर करने की पुरजोर मांग उठाई। जिस पर मुख्यमंत्री ने वायदा किया कि सपा ब्राह्मण समाज के हर संघर्ष में उनके साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने बसपा सरकार में समाज के उत्पीड़न का विस्तार से उल्लेख किया और कहा कि अब सपा सरकार ब्राह्मणों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट समेत कई झूठे मुकदमे वापस लेगी।
कुछ मुकदमे वापस भी हो गए हैं। परशुराम के जन्म स्थल जलालाबाद (शाहजहांपुर जिले के गांव) को पयर्टन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। बसपा सरकार में नियुक्ति के बाद बर्खास्त हुए संस्कृत शिक्षकों की समस्याएं एक माह के अंदर दूर कर दी जाएंगी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी में बिजली की बढ़ती मांग और कम आपूर्ति के लिए बसपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि बसपा सरकार ने बिजली उत्पादन की दिशा में कार्य नहीं किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार समाज के सभी वर्गो के विकास के लिए प्रयत्नशील है। पुलिस भर्ती खोली जा रही है। शिक्षण संस्थाओं में भर्ती की प्रक्रिया शुरू होगी।