बेंगलूर। सिविल सेवा परीक्षा के तीन मई को घोषित नतीजों में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की गलती ने एक आइएएस प्रतिभागी की जान ले ली।
नतीजों में 264वीं रैंक पाने वाले कर्नाटक निवासी मंजूनाथ ने अपने अनुक्रमांक के आगे किसी अन्य का नाम देखने के बाद यूपीएससी से गुहार लगाई थी। लेकिन एक हफ्ते बाद भी जवाब न मिलने पर उसने फांसी लगाकर जान दे दी।
पुलिस के मुताबिक, श्रीरामपुरा शहर की निवासी मंजूनाथ वीवाई ने दस मई को कोडागु इलाके में रहने वाले अपने दोस्त के घर से निकलने के बाद एक निर्माणाधीन इमारत में फांसी लगा ली।
पुलिस का कहना है कि इस साल के सिविल सेवा परीक्षा के नतीजों में अपने अनुक्रमांक के आगे किसी और का नाम पाए जाने के बाद से ही मंजूनाथ बेहद परेशान था। इसके बाद मंजूनाथ ने संघ लोक सेवा आयोग के अधिकारियों से संपर्क भी किया था और नतीजों से पैदा हुए भ्रम को लेकर स्पष्टीकरण मांगा था। हालांकि, एक हफ्ते बाद भी उसकी गुहार पर आयोग ने कोई कदम नहीं उठाया।
पुलिस का दावा है कि आयोग से कोई जवाब नहीं मिलने के बाद मंजूनाथ ने मौत का रास्ता चुना। आयोग के सिविल सेवा परीक्षा परिणामों में 264वीं रैंक में अनुक्त्रमांक 538745 के आगे अश्रि्वन बी का नाम लिखा हुआ है।