सीबीआई ने प्रमोशन में घूसखोरी के मामले में पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल से पूछताछ की योजना की सूचना लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को दे दी है।
बीते शुक्रवार को स्पीकर को भेजी गई इस सूचना में कहा गया है कि एजेंसी मामले की जांच में उजागर हुए साक्ष्यों की तस्दीक के लिए बंसल से पूछताछ करना चाहती है। लिहाजा उन्हें जांच प्रक्रिया में शामिल करना जरूरी है।
सीबीआई ने जिस वक्त सूचना मीरा कुमार के पास भेजी तब बंसल रेल मंत्री के पद पर थे, उसी रात नौ बजे करीब उन्होंने इस्तीफा दिया।
ऐसा माना जा रहा है कि बंसल को मंगलवार या बुधवार को सीबीआई मुख्यालय बुलाया जा सकता है। इस बीच भांजे की शादी में चंडीगढ़ गए बंसल परिवार समेत सोमवार को ही दिल्ली पहुंच गए हैं।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक फिलहाल बंसल से किसी आरोप के तहत या आरोपी समझ कर सवाल नहीं किया जाएगा।
सीबीआई पहले इस मामले में गिरफ्तार रेलवे बोर्ड सदस्य महेश कुमार, बंसल के भांजे विजय सिंगला और उसके अन्य दलाल साथियों से हुई पूछताछ से उभरे सवालों के जवाब बंसल से मांगेगी।
इसके अलावा करीब 1000 फोन कॉल्स में रेलवे में हुई कुछ खास नियुक्तियों की चर्चा के बाबत भी सवाल पूछे जाएंगे।
सूत्रों ने बताया कि फोन पर इन चर्चाओं से संबंधित फाइलों को भी रेल मंत्रालय से मंगवाया गया है। मामले की जांच में जुटे सीबीआई अधिकारियों ने पिछले चार दिनों में मंत्रालय से कई फाइलें मंगवाई हैं।
उधर, सोमवार को रेल मंत्रालय के दो वरिष्ठ अधिकारियों को सीबीआई मुख्यालय बुलाकर महेश कुमार के प्रमोशन के बाबत पूछताछ की गई।
हालांकि एजेंसी आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं कर रही है। लेकिन सीबीआई रेल के छह बड़े अधिकारियों को जांच में शामिल होने का फरमान जारी कर चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक रेल के विजिलेंस विभाग के एक अधिकारी से भी सीबीआई ने कुछ जवाब तलब किया है। बंसल से पूछताछ से पहले सीबीआई यह जानकारी चाहती है कि रेलवे बोर्ड के सदस्य की नियुक्ति के बाद भी महेश कुमार पश्चिमी रेल के महाप्रबंधक के पद पर कैसे टिके थे।
इसके अलावा महेश को दो और पद सदस्य इलेक्ट्रिकल और महाप्रबंधक, सिग्नल और टेलीकम्यूनिकेशन (एसएंडटी) देने की बात किस आधार पर की जा रही थी।
गौरतलब है कि यह दोनों सवाल इस मामले में दायर सीबीआई की एफआईआर का मुख्य आधार हैं।
सूत्रों ने बताया कि फोन पर बातचीत में यह बात सामने आई है कि बंसल ने महेश कुमार के मन मुताबिक अतिरिक्त पद के लिए भांजे सिंगला को आश्वासन दिया था।
जांच से जुड़े सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बंसल को कुछ बातों का जवाब देना मुश्किल हो सकता है। लेकिन यह अंतिम फैसला सीबीआई को ही लेना है ठोस साक्ष्य मिलने पर पवन बंसल को आरोपी की सूची में शामिल किया जाएगा या नहीं।