अगर आप डाइटिंग पर हैं तो सबसे पहला काम यह करें कि अपनी प्लेट का कलर बदल दें। आपको यह थोड़ा अटपटा लग रहा होगा मगर अब यह बाकायदा प्रमाणित हो चुका है कि रंग आपके व्यवहार, मूड और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का हल हो सकते हैं।
कलर थेरेपी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारे के लिए एक प्रभावी विकल्प के तौर पर उभर रहा है। मिस्र और ग्रीक सभ्यताओं में रंगों से उपचार का जितना महत्व रहा है, उतना ही चीन और आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी रंगों से शारीरिक समस्याओं को दूर करने की कोशिश होती रही है।
आइए जानते हैं कि रंगों का मूड से क्या संबंध है और किस तरह ये आपकी समस्याओं का समाधान हो सकते हैं।
1. डाइटिंग में मददगार प्लेट का रंग
कोर्नल यूनिवर्सिटी ने अपने एक शोध के आधार पर दावा किया कि डाइटिंग और ओवरईटिंग संबंध बर्तनों के रंगों से भी है। शोधकर्ताओं के अनुसार, आप जिस रंग की प्लेट में खाते हैं उससे आपकी भूख पर भी प्रभाव पड़ता।
शोध के दौरान उन्होंने प्रतिभागियों को जिस प्लेट में खिलाया उसका रंग प्लेट में रखे भोजन से मिलता-जुलता था। इसके बाद दोबारा उन्हें ऐसी प्लेट्स में भोजन कराया जिनका रंग खाने से कंट्रास्ट था। शोध में पाया कि कंट्रास्ट रंग की प्लेट में खाते वक्त प्रतिभागियों ने 22 प्रतिशत तक कम खाया।
2. ध्यान विचलित हो तो पीला रंग मददगार
1994 में यूएलसीए की शोधकर्ता पैट्रिशिया वैल्डेज़ और उनके शोध दल ने अपने अध्ययन के आधार पर दावा किया था कि ध्यान केंद्रित करने में बेसिक और ब्राइट रंगों का बहुत महत्व है। एक ऑस्ट्रेलियाई सर्वेक्षण के अनुसार, ब्राइड रंग खासतौर पर पीला रंग, फोकस बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, पीले रंग की चीजें या फूल अगर घर में रखे जाएं तो थकान और घबराहट दूर करने में आसानी होती है।
3. प्यार का खुमार दर्शाता है लाल
रॉचेस्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपने शोध के आधार पर माना कि लाल रंग विपरीत सेक्स के प्रति अधिक आकर्षित करता है। यही वजह है कि लाल रंग को प्यार के रंग के रूप में देखते हैं।
4. स्क्रीन सेवर का रंग बदल सकता है मूड
मिसौरी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन के आधार पर माना की स्क्रीन सेवर के रंग भी हमारे मूड पर प्रभाव डालते हैं। नीला, हरा, बैंगनी जैसे रंग मूड ठंडा रखते हैं जबकि लाल, ऑरेंज और पीले जैसे रंग ऊर्जा प्रदान करते हैं।
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5. अच्छी नींद के लिए जरूरी हैं सही रंग
कई शोधों में यह प्रमाणित हो चुका है कि सोने के कमरे के लिए सही रंग का चयन करने से नींद अच्छी आती है। हल्के रंगों का चयन सोने के कमरे के लिए सबसे सटीक माना जाता है।