श्रीनगर, भारत और चीन के नेता भले एक-दूसरे के घर जाकर दोनों देशों में विवाद सुलझाने और अच्छा पड़ोसी होने का दावा करें, लेकिन वास्तव में हालत कुछ और ही है। चीन ने अप्रैल में लद्दाख के उत्तरी छोर पर न सिर्फ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर 19 किलोमीटर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की थी, बल्कि भारतीय सीमा के पांच किलोमीटर भीतर तक सड़क भी बना ली थी। हालांकि, रक्षा मंत्रालय और लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद ने चीन द्वारा सड़क बनाए जाने से इन्कार किया है।
सूत्रों का कहना है कि चीन ने यह सड़क लद्दाख के पूर्वी छोर में सिरी जाप इलाके के अंतर्गत फिंगर-चार क्षेत्र में बनाई है और यह एलएसी के इस तरफ भारतीय क्षेत्र में पांच किलोमीटर अंदर तक है। यह इलाका उसी दप्सांग मैदान का हिस्सा है, जहां चीन के सैनिक भारतीय सीमा के भीतर 19 किलोमीटर तक आ पहुंचे थे।
सूत्रों का कहना है कि भारतीय सैन्याधिकारी जब चीन के सैनिकों के साथ पैदा हुए गतिरोध के लिए फ्लैग मीटिंग कर रहे थे, उस समय चीनी सैनिक पांच किलोमीटर लंबी पक्की सड़क बिछाने में जुटे हुए थे। चीन इस इलाके को अक्साई चिन का हिस्सा करार देते हुए इस पर अपना दावा करता है जबकि भारत का कहना है कि यह इलाका उसका है।
भारतीय सैनिक एलएसी पर गश्त के लिए इसी इलाके से गुजरते हैं। केंद्र सरकार भले दावा करे कि चीन के साथ लद्दाख में पैदा हुआ सैन्य गतिरोध दूर कर लिया गया है, लेकिन 17 मई को फिंगर-8 के इलाके में गश्त पर जा रहे भारतीय सैनिकों को चीनी सैनिकों ने रास्ते में ही रोकते हुए उन्हें वापस मुड़ने के लिए कहा था। इसके बाद यह गश्तीदल लौट आया था। चीनी सैनिक उस समय भारतीय इलाके में ही थे।
संबंधित सूत्रों ने बताया कि इस घटना के बाद लद्दाख प्रांत में स्थित सेना की 14वीं कोर ने चीन के साथ सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त पर जाने वाले सभी सैन्यदलों को रोक दिया। इनमें दप्सांग मैदान में जाने वाला गश्तीदल भी था। हालांकि लेह के जिला उपायुक्त सिमरनजीत सिंह और उत्तरी कमान के प्रवक्ता से संपर्क नहीं हो पाया है लेकिन लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी पार्षद रिग्जिन स्पालबर ने इस संदर्भ में कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। पांच किलोमीटर सड़क चंद दिनों में नहीं बन सकती और वह भी हमारे इलाके में। हो सकता है कि चीन ने यह सड़क एलएसी के पार अपने इलाके में बनाई हो। वैसे भी अक्साई चिन में उसने एक लंबी सड़क पहले ही बिछा रखी है।