मकान बनाने का सपना देखने वालों के लिए यह खबर खुशखबरी देने वाली है।
घरों के निर्माण में उपयोग होने वाली सरिया अब पहले की अपेक्षा एक रुपये से सवा रुपये सस्ती हो जाएगी।
मौजूदा समय 45 रुपये किलो लोहा बिक रहा है। यह संभव हुआ है लोहे और इस्पात पर लगने वाला प्रवेश कर 5 प्रशित से घटाकर 1 प्रतिशत किए जाने से।
यही नहीं जेनरेटर, लोहे के सामान और खेती किसानी में इस्तेमाल होने वाले थ्रेसर के दामों में भी इस निर्णय से कमी आएगी।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में लोहे और इस्पात पर लगाने वाला प्रवेश कर 5 प्रतिशत से घटाकर 1 प्रतिशत करने का निर्णय किया गया।
लोहे और इस्पात की नई दरें वाणिज्य कर विभाग द्वारा अधिसूचना जारी किए जाने के बाद से प्रभावी होंगी।
उत्तर प्रदेश में स्थानीय क्षेत्र में माल के प्रवेश पर कर अधिनियम 2007 के अंतर्गत लोहे और इस्पात पर मौजूदा समय 5 प्रतिश प्रवेश कर लिया जा रहा है। प्रवेश में यह व्यवस्था 31 मार्च 2011 से लागू है।
प्रवेश कर 5 प्रतिशत होने की वजह से घर बनाने के इस्तेमाल में आने वाली सरिया, लोहे की चादर, ऐंगिल, जीआई पाइप, फिटिंग, खेती किसानी के लिए बनने वाला सामान प्रति किलो 1 से सवा रुपये महंगा हो जाता है।
राज्य सरकार आम लोगों को राहत देने के लिए प्रवेश कम में कमी कर दी है। थोक लोहा व्यापारी सतीश अग्रवाल के मुताबिक राज्य सरकार के इस फैसले से जहां घर बनाना जहां सस्ता हो जाएगा, वहीं खेती किसानी के लिए बनने वाले सामान भी सस्ते हो जाएंगी। इसके अलावा लोहे से बनने वाले सभी उपकरणों की दामों में कमी आएगी।