दिल्ली पुलिस और मुंबई पुलिस में वर्षों से चल रही वर्चस्व की लड़ाई आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग को सबूतों को लेकर खुलकर सामने आई गई है।
दिल्ली पुलिस की टीम ने मुंबई पुलिस से श्रीसंत का लैपटॉप और होटल बंद्रा के सीसीटीवी फुटेज मांगे थे। मुंबई पुलिस ने ये सबूत देने से साफ मना कर दिया है।
अब दिल्ली पुलिस ने सबूत लेने के लिए कोर्ट जाने का फैसला किया है।
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने दोनों राज्यों की पुलिस की लड़ाई पर गोलमोल जवाब देकर विराम लगाने का भी प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के पास बहुत सारी सीसीटीवी फुटेज हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को मुंबई पुलिस से बात की थी और यह जानने का प्रयास किया था कि श्रीसंत के लैपटॉप और सीसीटीवी फुटेज से क्या-क्या सबूत मिले हैं।
सबूतों की जरूरत पड़ने पर मुंबई पुलिस से बात की जाएगी। आखिर में ये भी कहा कि दिल्ली पुलिस के पास चार्जशीट दाखिल करने का बहुत समय है।
स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्पेशल सेल की एक टीम बुधवार को मुंबई गई थी। दिल्ली पुलिस की टीम ने मुंबई पुलिस से बंद्रा होटल की सीसीटीवी फुटेज की हार्ड डिस्क मांगी थी। मुंबई पुलिस ने उसे देने से मना कर दिया।
बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस ने कानून प्रक्रिया के तहत फुटेज देने की बात कही है। उसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम ब्रंदा होटल भी गई, मगर होटल प्रशासन ने भी सीसीटीवी फुटेज देने से मना कर दिया।
होटल के मैनेजर ने बताया कि मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली पुलिस को फुटेज देने के लिए मना किया है। अधिकारियों के अनुसार दिल्ली पुलिस ये जानना चाहती है कि मुंबई पुलिस ने श्रीसंत के खिलाफ क्या सबूत बरामद किए हैं।
इसलिए लैपटॉप बरामद नहीं किया था
दिल्ली पुलिस ने श्रीसंत, अजीत चंडीला, अंकित और बुकी को जब मुंबई से 15 मई की रात गिरफ्तार किया था तो उस समय श्रीसंत का लैपटॉप होटल बंद्रा से बरामद नहीं किया था।
अधिकारियों का कहना है कि उनके पास इतना समय नहीं था आरोपियों को होटल ले जाकर लैपटॉप आदि की बरामदगी की जाती। अगर
पुलिस श्रीसंत को होटल ले जाती तो वहां बड़ा हंगामा खड़ा हो जाता। हालांकि यह बहाना है, हकीकत यह है कि दिल्ली पुलिस मुंबई पुलिस को इनकी गिरफ्तारी की भनक नहीं लगने देना चाहती थी। इसमें दिल्ली पुलिस सफल भी हो गई थी। इसी बात पर मुंबई पुलिस चिढ़ गई थी