आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग विवाद को लेकर इस्तीफा नहीं देने पर अड़े बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के खिलाफ बगावत हो गई है।
श्रीनिवासन पर हटने का दबाव बढ़ाते हुए बीसीसीआई के सचिव संजय जगदले और कोषाध्यक्ष अजय शिर्के ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।
पांच और उपाध्यक्ष देंगे इस्तीफा?
बताया जा रहा है कि इन दोनों के इस्तीफों के बाद अब बीसीसीआई के पांच और उपाध्यक्ष इस्तीफा दे सकते हैं।
वहीं, इस्तीफे को लेकर भारी दबाव के आगे झुकते हुए श्रीनिवासन ने 8 जून को बोर्ड की कार्य समिति की बैठक बुलाई है।
श्रीनिवासन की बढ़ी मुश्किलें
इसमें स्पॉट फिक्सिंग विवाद के बाद बने हालात को लेकर चर्चा की जाएगी। इस बैठक को श्रीनिवासन की पद से हटाने की दिशा में पहले कदम की तौर पर देखा जा रहा है।
बैठक बुलाने का फैसला श्रीनिवासन को तब करना पड़ा, जब बोर्ड के तीन प्रमुख सदस्यों जगदले, शिर्के और संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर ने उन्हें फोन कर कहा कि वह आपात बैठक बुलाने का ऐलान शाम तक कर दें।
इन तीनों ने श्रीनिवासन को चेता भी दिया कि यदि वह बैठक बुलाने का ऐलान नहीं करते हैं तो वे तीनों अपने पदों से इस्तीफा दे देंगे।
इस्तीफे का दबाव बढ़ा
लेकिन दिलचस्प यह है कि कार्यसमिति की बैठक में श्रीनिवासन पर सिर्फ इस्तीफे का दबाव ही बनाया जा सकता है, उन्हें वोटिंग करके हटाने की शक्तियां कार्य समिति के पास नहीं हैं।
यह काम सिर्फ सभी राज्य एसोसिएशनों की सदस्यता वाली स्पेशल जनरल बॉडी की बैठक में ही हो सकता है।
हालांकि बैठक का ऐलान होने के बाद शाम को जगदले और शिर्के ने अपने इस्तीफे श्रीनिवासन को भेज दिए। दोनों ने कहा कि कहा कि वह क्रिकेट जगत को हिला देने वाले इस फिक्सिंग विवाद से बेहद आहत हैं और अपना पद छोड़ रहे हैं।
मैयप्पन पर लगे आरोपों की जांच
जगदले ने यह भी साफ कर दिया कि वह अब तीन सदस्यीय जांच आयोग के सदस्य भी नहीं रहेंगे। यही आयोग श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मैयप्पन पर लगे आरोपों की जांच कर रहा है।
जगदले ने इसका खुलासा करने से भी इंकार कर दिया कि श्रीनिवासन या बीसीसीआई के दूसरे सदस्य भी इस्तीफा देंगे या नहीं।
आईसीसी ने चेताया था गुरुनाथ को
क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था आईसीसी ने आईपीएल-6 से पहले ही गुरुनाथ मैयप्पन को सट्टेबाजी में लिप्त लोगों से दूर रहने की चेतावनी दी थी।
मुंबई पुलिस के अनुसार गुरुनाथ ने पूछताछ के दौरान बताया कि आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट के अधिकारियों ने उन्हें संदिग्ध लोगों से दूर रहने को कहा था।
आईसीसी ने नहीं दी कोई चेतावनी
बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि आईसीसी के एंटी करप्शन एंड सिक्योरिटी यूनिट के चीफ वाईपी सिंह ने इस तरह की कोई जानकारी भारतीय क्रिकेट बोर्ड के साथ साझा नहीं की।
बोर्ड के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रत्नाकर शेट्टी ने कहा कि 19 मई को बुलाई गई आपात बैठक में वाईपी सिंह भी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इस तरह की कोई जानकारी नहीं दी।