कुडा कांड में सीबीआई ने पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से बुधवार को दिन भर पूछताछ की। पूछताछ का सिलसिला दस घंटे से अधिक चला।
कुंडा के सीबीआई कैंप ऑफिस में चली पूछताछ के दौरान सीबीआई अफसरों ने राजा भैया के कई करीबियों को बुलाकर उनसे सामना भी कराया।
लगातार हुई पूछताछ में कई बार राजा भैया को सीबीआई के सवालों का जवाब देने में पसीने छूट गए।
राजा भैया अपने कई समर्थकों के साथ कुंडा स्थित सीबीआई के कैंप कार्यालय में दिन में 10.40 बजे पहुंचे। सीबीआई ने राजा भैया के समर्थकों को कैंप कार्यालय के बाहर ही रोक दिया। राजा भैया को अकेले कमरे में ले जाया गया जहां सीबीआई की टीम ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक राजा भैया से उनके फोन की कॉल डिटेल रिकार्ड पर पूछताछ की गई। इनमें उन फोन कॉल के बारे में खास तौर पर पूछा गया, जो नन्हें की हत्या से लेकर सीओ की मौत के बाद गांव वालों के पलायन के दौरान आती रहीं।
कई नंबरों को राजा भैया से ही डायल करा कर बात कराई गई और जानकारी पूछी गई।
सीबीआई ने इस बीच राजा भैया के प्रतिनिधि हरिओम श्रीवास्तव, बेतिया कोठी के मैनेजर लालजी निगम, राजा भैया के करीबी नन्हें यादव, सपा के जिला उपाध्यक्ष छविनाथ यादव, कुंडा टाउन एरिया के अध्यक्ष गुलशन यादव और एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह को बुला लिया था।
इन सभी से सीबीआई एक-एक कर राजा भैया से सामना कराती रही।
सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि घटनाक्रम व फोन कॉल के बारे में राजा भैया के बयान और पूर्व में लोगों के बयान की तस्दीक करने के लिए सीबीआई ने इस लोगों का सामना कराया।
घटना के समय की कुछ फोन कॉल के बारे में जवाब देने में राजा भैया हिचकिचाए भी, लेकिन सीबीआई उन पर तत्काल जवाब देने का दबाव बनाए रही।
सुबह से रात तक पूछताछ जारी रहने से इस बात की चर्चा भी होने लगी कि कहीं सीबीआई ने राजा भैया को हिरासत में तो नहीं ले लिया। लेकिन सीबीआई के अधिकारी मीडिया को कोई भी जानकारी देने से कतराते रहे।
सीबीआई के सूत्रों ने इस बाबत यह बताया कि राजा भैया को हिरासत में नहीं लिया गया है। उन्हें पूछताछ के लिए बृहस्पतिवार को भी बुलाया जा सकता है।