अमेरिकी प्रशासन ने पहली बार चीन पर साइबर हमले करने का खुला आरोप लगाया है। ओबामा प्रशासन का कहना है कि चीनी सेना ने ये हमले अमेरिकी सरकार के कंप्यूटर सिस्टम और रक्षा विभाग के ठेकेदारों पर किए हैं।
अमेरिका कहा कहना है कि हमलों का मकसद अमेरिकी सैन्य क्षमता की जानकारी हासिल करना है ताकी संकट के समय इसका इस्तेमाल किया जा सके।
पेंटागन द्वारा अमेरिकी संसद के लिए चीनी सैन्य क्षमता पर तैयार की गई सालाना रिपोर्ट में सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि हाल ही में अमेरिका पर किए गए लगभग 90 फीसदी साइबर हमलों को चीन से अंजाम दिया गया है।
अब से पहले ओबामा प्रशासन अमेरिका के खिलाफ होने वाले साइबर हमलों के लिए चीनी सरकार या पीपुल्स लिबरेशन आर्मी पर सीधा आरोप लगाने से बचता रहा है।
लगभग 100 पन्नों की रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2012 में अमेरिकी सरकार सहित दुनिया भर के बहुत से कंप्यूटर सिस्टमों को लगातार निशाना बनाने की कोशिश की गई। इसमें से कुछ को चीनी सरकार और सेना द्वारा अंजाम दिया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर हमले करने के पीछे चीन का प्राथमिक लक्ष्य औद्योगिक तकनीक की चोरी को बताया गया है। लेकिन इसके साथ यह भी कहा गया है कि कुछ हमले अमेरिकी नीति निर्माताओं के आइडिया चुराने के लिए किए गए।
रिपोर्ट में आगाह करने हुए कहा गया है कि कुछ एकत्रित सूचनाओं का इस्तेमाल अमेरिकी नेटवर्क, रक्षा नेटवर्क और रसद सहित अन्य रक्षा क्षमताओं की तस्वीर बनाने के लिए बड़ी ही आसानी से किया जा सकता है।
जिसका इस्तेमाल वह संकट के समय कर सकता है। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि यह आरोप लगने के लिए अमेरिकी सरकार ने पेंटागन का प्लेटफार्म क्यों चुना।
दुनिया में साइबर क्राइम के मामले
23 अप्रैल, 2013–हैकरों ने एक न्यूज एजेंसी के ट्वीटर अकाउंट को हैक कर उस पर व्हाइट हाउस पर हमले और उसमें� अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के घायल होने की खबर पोस्ट की।
15 अप्रैल 2013–वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो का ट्विटर अकाउंट हैक किया गया।
7 अप्रैल, 2013–टाइम्स ऑफ इजरायल में इजराइल विरोधी तत्वों ने शिक्षा मंत्रालय व सेंट्रल ब्यूरो आफ स्टैटिस्टिक्स की वेबसाइड हैक की। पाक से संचालित वेबसाइटों पर हमला किया गया।
20 मार्च, 2013–दक्षिण कोरिया के तीन ब्रॉडकास्टरों और शिनहान के कंप्यूटर नेटवर्क को हैक किया गया। जांच में पाया गया कि इन हैंकरों का आईपी एड्रेस चीन का था।
12 मार्च, 2013–टीएमजेड वेबसाइट ने मिशेल ओबामा की वित्तीय जनकारियां हैक होने की खबर दी।
23 फरवरी, 2013–पाकिस्तान हैकरों के समूह ने भारत के सात संस्थानों की वेबसाइड हैक की।
4 जुलाई 2011–फॉक्स न्यूज का ट्विटर अकाउंट हैक कर अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के गोलीबारी में मारे जाने की खबर उड़ाई गई।
जुलाई, 2009–अमेरिकी राष्ट्रपति व्हाइट हाउस पेंटागन व अमेरिकी सेना की वेबसाइट हैक की गई। इस बारे में उत्तर कोरिया के हैकरों पर शक जताया गया।
15 फरवरी, 2009–भारत के विदेश मंत्रालय के 600 कंप्यूटर हैक� किए गए। इन कंप्यूटरों में पाकिस्तान से जुड़ी जानकारियां का संग्रह था।
मई, 2008–चीनी हैकरों ने भारत� के विदेश मंत्रालय के कंप्यूटरों को हैक किया था।