सरबजीत सिंह का परिवार भारत लौट आया है। बाघा बॉर्डर से भारत लौटीं सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने कहा कि वे सरबजीत के इलाज के लिए डॉक्टरों से बात करेंगी।
संवाददाताओं से बातचीत में सरबजीत की रिहाई के मामले में केंद्र सरकार द्वारा बरती गई लापरवाही पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि मनमोहन के पाप का घड़ा भर चुका है और उनको इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरबजीत के मामले में वह भारत सरकार से सबसे ज्यादा निराश हुई हैं।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में वहां की मीडिया ने बार-बार उनसे यही पूछा कि क्या सरबजीत के मामले में भारत सरकार पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाने में नाकाम रही है?
उन्होंने बताया कि यह भारत सरकार का यह निकम्मापन है और जेल अधिकारियों ने साजिश करके मेरे भाई को मारा है।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि तालिबान ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। इस मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वह तालिबान की धमकी से डरी हुई नहीं हैं।
गौरतलब है कि सरबजीत को पाकिस्तानी डॉक्टर ‘ब्रेन डेड’ मान चुके हैं। सूत्र यह दावा कर रहे हैं।
डॉक्टर सरबजीत के परिवार से उसका वेंटिलेटर हटाने की सहमति चाह रहे हैं, लेकिन परिजनों ने इसकी इजाजत नहीं दी है। वैसे डॉक्टर मीडिया में सरबजीत के ‘ब्रेन डेड’ होने की बात नहीं स्वीकार रहे।
सूत्रों के अनुसार डॉक्टरी जांच में यह सामने आया है कि सरबजीत के मस्तिष्क में किसी तरह के संवेग नहीं बचे हैं और शरीर के अंग भी वेंटिलेटर पर ही काम करे रहे हैं। कई देशों के कानून में ‘ब्रेन डेड’ की स्थिति में व्यक्ति को मृत माना जाता है।
सरबजीत का इलाज कर रहे चार सदस्यीय मेडिकल बोर्ड के प्रमुख मोहम्मद शौकत ने मंगलवार को मीडिया में माना है कि उसकी स्थिति और खराब हो चुकी है। लेकिन उन्होंने सरबजीत को ‘ब्रेन डेड’ घोषित करने से इंकार किया।