मयप्पन और स्पॉट फिक्सिंग मामले में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोच स्टीफन फ्लेमिंग के शामिल होने की भी आशंका जताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, यह संभावना भी है कि धोनी और फ्लेमिंग को मयप्पन के नापाक इरादों की खबर पहले से थी।
अगर ऐसा पाया जाता है, तो धोनी और फ्लेमिंग दोनों ही बुरे फंस सकते हैं। कुछ लोग यह भी आरोप लगा रहे हैं कि धोनी श्रीनिवासन और मयप्पन के एहसानों का कर्ज अदा कर रहे हैं। उनकी खामोशी से भी इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि वह किसी खास मकसद से आईपीएल पर बात करने से कतरा रहे हैं।
श्रीनिवासन का कर्ज चुका रहे धोनी
धोनी के नाम एक साल में लगातार आठ टेस्ट मैचों में हारने का शर्मनाक कीर्तिमान भी है। वह 2011 में इंग्लैंड में 4-0 से और आस्ट्रेलिया में भी इतने ही अंतर से हारे थे। हर किसी को भरोसा था कि धोनी की कप्तानी चली जाएगी, लेकिन वह बने रहे। धोनी को बोर्ड अध्यक्ष श्रीनिवासन के करीबी होने का फायदा मिलता रहा।
अब जबकि श्रीनिवासन दामाद के कारण फंस गए हैं, धोनी इस मामले में चुप्पी साधकर पुराना कर्ज उतार रहे हैं। वैसे श्रीनिवासन ने धोनी को अपनी कंपनी इंडिया सीमेंट में वाइस प्रेसिडेंट का पद भी दिया हुआ है। शायद यही वजह है कि धोनी खामोश हैं।
मयप्पन से मिल रही अहम जानकारी
मुंबई पुलिस भले ही मयप्न पर सहयोग न करने के आरोप लगा रही हो, लेकिन सूत्रों के अनुसार पुलिस को उससे अहम जानकारियां मिल रही हैं।
सूत्रों की मानें तो मयप्पन जो जानकारियां बुकीज तक पहुंचा रहा था, वह उसे धोनी और फ्लेमिंग से मिल रही थीं। टीम के चुनाव से लेकर रणनीति की जानकारियों पर मयप्पन धोनी और कोच से बात करता था। पुलिस का कहना है कि यह जानकारियां मयप्पन बुकीज तक पहुंचाता था।