छुट‍टी के मूड में अखिलेश सरकार, 5 मंत्री विदेश में

AkhileshAzam_ptiअखिलेश सरकार इन दिनों छुट्टी के मूड में है। मुख्यमंत्री, दो वरिष्ठतम कैबिनेट मंत्री और दो राज्यमंत्री विदेश दौरे पर हैं। मुख्य सचिव और योजना के उपाध्यक्ष भी देश से बाहर हैं।
अधिकांश मंत्री भी राजधानी में नहीं है। ज्यादातर राज्यमंत्री अपने क्षेत्र में या दौरों पर हैं। सचिवालय में मंत्रियों के कार्यालयों में वीरानी पसरी हुई है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 23 अप्रैल को अमेरिका के बोस्टन के लिए रवाना हुए थे।
उनके सात कैबिनेट में नंबर-2 की हैसियत रखने वाले नगर विकास मंत्री आजम खां और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री अभिषेक मिश्र समेत 12 सदस्यीय डेलीगेशन गया था।
इनमें मुख्य सचिव जावेद उस्मानी और योजना आयोग के उपाध्यक्ष नवीन चंद वाजपेयी समेत कई नौकरशाह थे। अखिलेश यादव 28 अप्रैल बोस्टन से लंदन के लिए निकल गए। उनका दो मई को कर्नाटक में चुनाव प्रचार के लिए जाने का कार्यक्रम टल सकता है।
आजम खां 29 मई को दिन में रामपुर लौटे लेकिन अगले ही दिन दक्षिण अफ्रीका के लिए उड़ गए। कैबिनेट में नंबर-3 का दर्जा रखने वाले पीडब्लूडी एवं सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव और ग्रामीण अभियंत्रण सेवा राज्यमंत्री राजेन्द्र राणा भी दक्षिणी अफ्रीका गए हैं। ये सभी एक सप्ताह दक्षिण अफ्रीका में रहेंगे।
ब्यूरोक्रेसी के मुखिया जावेद उस्मानी अभी अमेरिका में रुके हुए हैं। उनका दो मई को आने का कार्यक्रम है। नवीन चंद वाजपेयी करीब एक माह तक देश से बाहर रहेंगे।
मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों के देश से बाहर होने के बावजूद ज्यादातर मंत्री राजधानी से बाहर हैं। अधिकांश कैबिनेट और राज्यमंत्री या तो अपने क्षेत्रों में हैं या दूसरे जिलों में दौरों पर हैं।
तेजतर्रार कैबिनेट मंत्री अंबिका चौधरी बलिया में हैं तो राजा अरिदमन सिंह आगरा में। और तो और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव भी 28 अप्रैल से लखनऊ में नहीं हैं। दिल्ली में संसद सत्र और कर्नाटक चुनाव के कारण उनकी व्यस्तता बनी हुई है।
‘लोहिया जयंती पर मुलायम सिंह ने कहा था कि मंत्री मौज-मस्ती कर रहे हैं। प्रदेश की पूरी सरकार इस बात को परिलक्षित कर रही है। सरकार दौरे पर है। उनका जनता से कोई-लेना देना नहीं है। जनता समस्याएं किससे कहे।
जिस जनता दर्शन को लेकर समाजवादी पार्टी उत्साहित थी, वह कई बार से नहीं हो रहा है। पूरे प्रदेश में या तो लोग पिट रहे है, या निर्दोषों को पीटा जा रहा है। प्रदर्शनकारियों को जेल में डाला जा रहा है। सरकार विफल साबित हो रही है।’