रायपुर।। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार शाम को नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के काफिले पर बड़ा हमला कर दिया। इसमें नेता विपक्ष रहे और नक्सलियों के खिलाफ सलवा जुडूम मुहिम छेड़ने वाले महेंद्र कर्मा, पूर्व कांग्रेसी विधायक उदय मुदलियार की मौत हो गई। गृह मंत्रालय में अभी तक कुल 12 मौतों की पुष्टि की है। हमले में पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल समेत कई बड़े कांग्रेसी नेता घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि शुक्ल की पीठ में तीन गोलियां लगी हैं और उनकी हालत गंभीर है। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल व उनके बेटे को नक्सलियों ने अगवा कर लिया है। अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक हमले में मरने वालों की तादाद कहीं ज्यादा है।
सोनिया, राहुल पीएम से मिलेः कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस घटना पर दुख जताते हुए इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया। इस घटना से बेहद क्षुब्द सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने देर रात पीएम से मुलाकात की। वहीं गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस घटना के बाद अपनी विकास यात्रा रद्द करते हुए आपात बैठक बुलाई है।
कैसे किया गया हमलाः परिवर्तन यात्रा शनिवार को सुकमा जिले में सभा करके जगदलपुर की ओर रवाना हुई थी। छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी के मद्देनजर इस यात्रा का आयोजन किया गया गया था। यात्रा में छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल और विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा समेत लगभग 120 लोग शामिल थे। लगभग 20 गाड़ियों में सवार यात्रा जब शाम करीब साढ़े 5 बजे गीदम घाटी के करीब पहुंची तब नक्सलियों ने पेड़ गिरकार रास्ता रोक लिया और यात्रा पर गोलीबारी कर दी।छत्तीसगढ़ के एडीजी के मुताबिक काफिले पर गोलियों और बमों से भी हमला किया गया। उन्होंने बताया कि हमले में करीब 1200 नक्सली शामिल थे। बाद में नक्सली वहां से भाग गए।पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के लिए पुलिस दल रवाना किया गया और घायल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
महेंद्र कर्मा को मारी गईं 50 से ज्यादा गोलियां: टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक नक्सलियों ने महेंद्र कर्मा के शरीर में 50 से ज्यादा गोलियां दागीं। नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को लेकर पहले ही धमकी दी थी। खासकर माओवादियों के खिलाफ सलवा जुड़ूम अभियान चलाने वाले कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा को लेकर माओवादिओं का गुस्सा पुराना था। वह काफी समय से नक्सलियों की हिट लिस्ट में थे। सलवा जुड़ूम के तहत माओवादियों के खिलाफ आम लोगों को हथियार दिए जाते थे। सलवा जुड़ूम बेहद विवादित रहा था।
राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य सरकार पर यात्रा को सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि राज्य सरकार ने विकास यात्रा और कांग्रेस ने परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की है। नक्सलियों ने दोनों ही यात्राओं का विरोध किया है। लेकिन राज्य सरकार ने केवल विकास यात्रा को सुरक्षा प्रदान किया और परिवर्तन यात्रा को कोई सुरक्षा नहीं दी गई, जिसके कारण यह घटना हुई है।
त्रिवेदी ने कहा कि इस घटना में नक्सलियों के हाथ होने की आशंका है, लेकिन यह जांच का विषय है। घटनास्थल के घने जंगल में होने के कारण सीनियर नेताओं से संपर्क नहीं हो पाया है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य सरकार के खिलाफ राज्य में 12 अप्रैल से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की है। चौथे चरण की यात्रा का शनिवार को तीसरा दिन था। इस यात्रा के दौरान नेताओं ने सुकमा जिले में सभा को संबोधित किया था। गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नंद कुमार पटेल के काफिले पर गरियाबंद जिले में नक्सलियों से 2011 में भी हमला कर दिया था। इसमें एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई थी।