पूर्व एयर होस्टेस गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में आरोप तय करने पर अदालत शुक्रवार को फैसला सुना सकती है। रोहिणी कोर्ट स्थित जिला जज एसके सरवरिया की अदालत ने मामले में अभियोजन व बचाव पक्ष की बहस पूरी होने के बाद 4 मई को आज तक के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया था।
मामले में हरियाणा के पूर्व गृह राज्यमंत्री गोपाल गोयल कांडा व एमडीएलआर कंपनी की वरिष्ठ प्रबंधक अरुणा चढ्डा आरोपी हैं। दोनों गत वर्ष अगस्त से न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं। दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतनगर थाना पुलिस ने 6 अक्टूबर 12 को अदालत में आरोप सौंपा था। इसमें दोनों पर गीतिका के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने, आत्महत्या के लिए उकसाने, धमकी देने, सबूत नष्ट करने, विभिन्न फर्जी दस्तावेज तैयार करने, प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के लिए धोखाधड़ी करने, नकली दस्तावेजों को असली के रूप में उपयोग करने के आरोप लगाए गए थे। दोनों के खिलाफ आईटी एक्ट की धाराओं में आरोपपत्र दाखिल किया गया था।
आरोपपत्र के अनुसार दोनों ने ऐसी परिस्थिति पैदा कर दी, जिससे गीतिका को दुबई में अमीरात एयरलाइंस की नौकरी छोड़ कर दुबारा एमडीएलआर कंपनी में नौकरी करने के लिए विवश होना पड़ा। आरोपी गोवा के पणजी थाने में कंपनी के पूर्व कर्मी अंकिता व नूपुर मेहता के खिलाफ गीतिका द्वारा दर्ज कराए गए मामले को वापस लेने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे। गीतिका ने दोनों के खिलाफ चोरी व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था।
5 अगस्त 12 को गीतिका ने अशोक विहार स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पूर्व 3 अगस्त को गीतिका भाई अंकित के फैशन शो में भाग लेने के लिए मुबंई में थी। उसी दिन अरुणा ने कांडा के बदले गीतिका की मां को फोन कर उसके चरित्र पर सवाल खड़ा किया था और सनडेल एजुकेशन सोसायटी के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने या त्यागपत्र देने के लिए कहा था।
गीतिका की मां असहज महसूस कर रही थी और उसने 4 अगस्त को कांडा से बात करने के लिए फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया। कुछ देर के बाद उसने खुद फोन किया और गीतिका के चरित्र पर सवाल खड़ा किया और कंपनी में वापस नौकरी नहीं करने पर गुड़गांव पुलिस थाने में उसके खिलाफ मामला दर्ज कराने की धमकी दी। गीतिका की मां ने कांडा व अरुणा से हुई बातचीत का जिक्र अपनी बेटी से किया, जिसे सुनकर काफी तनाव में आकर उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।