नई दिल्ली। क्या बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन सरेआम झूठ बोल रहे हैं? क्या वे अपने दामाद गुरुनाथ मयप्पन को बचाने की कोशिश कर रहे हैं? एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार एन श्रीनिवासन सरासर झूठ बोल रहे हैं कि मयप्पन न तो कभी चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक थे और ना ही सीईओ।
अखबार में 24 दिसंबर 2011 को आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला द्वारा किए गए एक ईमेल की कॉपी छपी है, जो सभी आईपीएल फ्रेंचाइची टीम के मालिकों को की गई है। मालिकों की उस लिस्ट में गुरुनाथ मयप्पन का नाम भी शामिल है। मेल में साफ-साफ लिखा हुआ है कि बीसीसीआई की सहमति पर मैं सभी आईपीएल फ्रेंचाइजी के मालिकों को 9 जनवरी, 2012 को दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक होने वाली बैठक के लिए आमंत्रित करता हूं। फिलहाल वह ईमेल आईडी ब्लॉक है।
इसके अलावा श्रीनिवासन ने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में यह बात भी कही कि वे मयप्पन की जांच से दूर रहेंगे। उन्होंने अपना काम ईमानदारी से किया और आगे भी करते रहेंगे, लेकिन अब सवाल यह उठता है कि जो पहले ही इस बात से इंकार कर रहा है कि मयप्पन कभी सीईओ नहीं थे, क्या वह जांच में निष्पक्षता रख पाएगा?
वहीं, दूसरी तरफ इस्तीफे के सवाल पर श्रीनिवासन मीडिया पर भड़क उठे। उन्होंने कहा कि ‘मीडिया बेवजह मेरे पीछे पड़ा हुआ है। मुझे जो कहना था वो मैंने प्रेस कांफ्रेंस में कह दिया है। अब मुझे कुछ नहीं कहना है। मैं इस्तीफा नहीं दूंगा।’