इंसानियत एक बार फिर शर्मसार हुई है। इस बार शर्मिंदगी का कारण बना है राजस्थान का जयपुर शहर। पिंक सिटी कहे जाने वाले जयपुर में हादसे की शिकार एक महिला और उसकी आठ माह की बच्ची ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।
असहाय पति पत्नी और बच्ची को बचाने के लिए करीब पौन घंटे तक दौड़-दौड़कर लोगों से मदद की गुहार लगाता रहा। लेकिन लोग रुकते, देखते और आगे बढ़ते रहे। किसी ने भी उन्हें अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई।
दिल झकझोर देने वाली यह घटना जयपुर की घाट की गूणी सुरंग में हुई, जहां गाड़ियां की रफ्तार बेहद तेज होती है। पुलिस ने बताया कि कन्हैयालाल अपनी पत्नी गुड्डी (26), पांच साल के बेटे तनीष और आठ महीने की बच्ची आरुषि के साथ बाइक पर जा रहा था। पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी।
ट्रक गुड्डी और मासूम बच्ची को कुचलता हुआ निकल गया। कन्हैयालाल करीब 40 मिनट तक लोगों से मदद मांगता रहा। मासूम बेटा भी मां और बहन का हाल देखकर बिलखता रहा। लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। सुरंग में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से कन्हैयालाल किसी संबंधी को भी घटना की जानकारी नहीं दे पाया। बाद में घायल कन्हैयालाल खुद भी बेहोश हो गया।
बाद में सीसीटीवी फुटेज से घटना की जानकारी होने पर टोल पर मौजूद लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया लेकिन तब तक गुड्डी और बच्ची की मौत हो चुकी थी। कन्हैयालाल और उसके बेटे को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
पुलिस ने बताया कि सुरंग में दुपहिया वाहन ले जाने की मनाही है, लेकिन बावजूद इसके कन्हैयालाल ने बाइक से सुरंग में जाने का जोखिम उठाया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस वर्ष जनवरी में इस 2.8 किमी लंबी सुरंग का उद्घाटन किया था